उत्तराखंड में पहाड़ों में कड़ाके की ठंड और बर्फबारी का सिलसिला जारी
भले ही उत्तराखंड में विधानसभा चुनावों को लेकर पारा चढ़ रहा है लेकिन पहाड़ों में कड़ाके की ठंड और बर्फबारी का सिलसिला जारी है. मौसम विभाग का अनुमान है कि 25 जनवरी तक उत्तराखंड के पहाड़ी ज़िलों में बर्फबारी के साथ ही बारिश भी होगी.
मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक 2500 मीटर से ज़्यादा ऊंची जगहों पर बर्फ गिरने की संभावना है. वहीं सूत्रों के मुताबिक बद्रीनाथ धाम, हेमकुंड साहिब और औली में गुरुवार को बर्फबारी की शुरुआत हो गई. पहाड़ों में बर्फ गिरने से मैदानी इलाकों में भी पारा गिरेगा.
शुक्रवार यानी 21 जनवरी को चमोली समेत रुद्रप्रयाग, पिथौरागढ़, उत्तरकाशी और बागेश्वर में बर्फबारी के साथ ही बारिश की भी संभावना जताई गई है जबकि अन्य ज़िलों में मौसम अपेक्षाकृत साफ रह सकता है.
हालांकि करीब दो दिनों से देहरादून समेत कुछ मैदानी इलाकों में मौसम बदमिज़ाज ही रहा. ताज़ा अपडेट देते हुए मौसम विभाग का कहना है कि 22 जनवरी को गढ़वाल और कुमाऊं में हल्की या मध्यम बारिश और बर्फबारी होगी, जबकि पहाड़ों में ज़्यादा बर्फ गिरने का पूर्वानुमान है. 23 जनवरी को भी ऐसा ही मौसम रह सकता है.
22 और 23 जनवरी को मौसम विभाग ने यलो अलर्ट जारी करते हुए कहा है कि खास तौर से पहाड़ी ज़िलों की तरफ यात्रा करने वाले लोग सतर्क रहें क्योंकि सड़कों पर बाधाएं और बिजली के तारों को नुकसान पहुंचने की आशंकाएं हैं.
24 और 25 को मौसम ज़्यादा खराब रह सकता है. वहीं, बद्रीनाथ में गुरुवार को हुई बर्फबारी के बाद एक फीट से ज़्यादा मोटाई की बर्फ की चादर बिछ चुकी है.
बद्रीनाथ नेशनल हाईवे कुछ स्थानों पर अवरुद्ध होने की भी खबरें हैं तो वहीं कई नगरीय क्षेत्रों में कोहरे से भी यातायात प्रभावित है. दूसरी तरफ, ठंड बढ़ने के चलते राज्य भर में सर्दी, जुकाम, डायरिया और खांसी की शिकायतें सामने आ रही हैं.
चूंकि राज्य में कोरोना संक्रमण भी फैल रहा है इसलिए स्वास्थ्य विशेषज्ञ लोगों को सावधान रहने की हिदायत देते हुए कह रहे हैं कि इस तरह के लक्षणों पर खुद को आइसोलेट करें और लक्षण गंभीर हों तो फौरन जांच करवाएं.