भारत-पाक अन्तराष्ट्रीय सीमा पर ऑपरेशन सर्द हवा जल्द होगा शुरू
भारत-पाक अन्तराष्ट्रीय सीमा पर ऑपरेशन सर्द हवा शुरू होने जा रहा है जिसकी तैयारियों को लेकर बीकानेर रेंज के DIG पुष्पेन्द्र सिंह राठौड़ सीमा चौकियों के दौरे पर पहुंचे है.
डीआईजी राठौड़ ने 114वीं वाहिनी की सीमा चौकियों का निरीक्षण किया और जवानों के साथ पेट्रोलिंग करते हुए जवानों का हौंसला अफजाई किया और जायजा भी लिया.
ऐसे में अलसुबह डीआईजी राठौड़ और कमांडेंट हेमंत कुमार यादव ने अधिकारियों के साथ 20 किलोमीटर तारबन्दी के पास साईकिल से पेट्रोलिंग की और इस बीच ड्यूटी दे रहे जवानों से मुलाकात की साथ ही आवश्यक दिशानिर्देश भी दिए है.
DIG पुष्पेन्द्र सिंह ने कहा की बीएसएफ का ऑपरेशन सर्द हवा जल्द शुरू होने जा रहा है जिसको लेकर बीएसएफ के अधिकारियों और जवानों ने सभी प्रकार की तैयारियां कर ली है.
कमांडेंट हेमंत कुमार यादव ने कहा कि बीकानेर रेंज उप महानिरीक्षक बीएसएफ पुष्पेन्द्र सिंह राठौड़ पिछले तीन दिनों से सीमा चौकी का निरीक्षण कर रहे है और जवानों का हौंसला अफजाई भी किया है.
डीआईजी राठौड़ ने जवानों का हौंसला अफजाई करते हुए उन्हें प्रोत्साहित भी किया. डीआईजी राठौड़ इस समय सीमा चौकियों के प्रवास पर है. वहीं बीएसएफ का ऑपरेशन सर्द हवा को लेकर भी तैयारियों को देखा है.
114 वीं वाहिनी बीएसएफ की सीमा चौकी पर डीआईजी पुष्पेन्द्र सिंह राठौड़ और कमांडेंट हेमंत यादव ने महिला कॉस्टेबल और जवानों के साथ पेट्रोलिंग की है जिसमें डीआईजी राठौड़ ने महिला जवानों से बातचीत करते हुए उनकी ड्यूटी के बारे में पूछा और परेशानी के बारे में पूछा.
डीआईजी राठौड़ ने बताया कि सर्दियों में कोहरा होने के कारण साफ नहीं दिखाई देता है जिसपर रात्रि को अतिरिक्त जवानों के साथ पेट्रोलिंग करते है. वहीं गाडियों से भी अधिकारी पेट्रोलिंग करते है. वहीं महिला जवानों सहित कुल 10 कार्मिकों को डीआईजी राठौड़ ने नगद पुरस्कार देकर सम्मानित किया है.
डीआईजी ने कहा कि बल के उच्च अधिकारी ऐसे मौकों पर सीमा चौकियों का विजिट करते है और डीआईजी होने के नाते मेरा फर्ज बनता है कि मैं उनके साथ समय बिताऊ और उनकी समस्याओं का समाधान करूं.
साथ-साथ में जवान कितने मुस्तैद है इसका परीक्षण भी किया जा सके और जवानों का हौंसला अफजाई किया जा सके और ऐसे कोहरे वाले मौसम में जवानों पर ज्यादा प्रेसर होता है और जवानों का ड्यूटी टाईम बढ़ जाता है
तब सीनियर अधिकारी मिलकर प्लेनिंग करते है कि किस तरह से हम क्षेत्र में काम कर सकते है और तब हम गाडियों की पेट्रोलिंग बढ़ाते है और ऊंटों पर पेट्रोलिंग करते है जिससे हमारी सीमाएं सुरक्षित रहे.