देश के कई इलाको में शीतलहर का कहर तड़के हल्की बारिश से तापमान में आई भारी गिरावट

देश के कई इलाके इस समय शीतलहर की चपेट में है. राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और आसपास के इलाकों में भी पिछले हफ्ते से कनकनी ने लोगों को घरों तक कैद कर रखा है. इस बीच शनिवार की सुबह हल्की बारिश हुई.
इससे तापमान में हल्की गिरावट देखने को मिली. मौसम विभाग के मुताबिक शनिवार तड़के हल्की बारिश से न्यूनतम तापमान 11.5 डिग्री सेल्सियस रहा, जो इस मौसम के औसत तापमान से चार डिग्री अधिक है.
भारत मौसम विज्ञान विभाग ने यह जानकारी दी. दिल्ली में 22 जनवरी तक 68 मिमी बारिश हो चुकी है, जो 1995 के बाद से सर्वाधिक है. 1995 में 69.8 मिमी बारिश हुई थी. सफदरजंग वेधशाला में शनिवार को सुबह आठ बजे तक पांच मिमी बारिश दर्ज की गई है.
आईएमडी ने कहा कि पश्चिमी विक्षोभ के चलते पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और उत्तरी राजस्थान में 21 से 23 जनवरी के बीच व्यापक वर्षा होने का अनुमान है. आईएमडी ने आज गरज के साथ बारिश होने का अनुमान जताया है.
मौसम विभाग के अनुसार, शनिवार सुबह साढ़े आठ बजे हवा में आर्द्रता का स्तर 100 प्रतिशत रहा. विभाग ने दिल्लीके आसपास के क्षेत्र में अगले दो दिनों तक बारिश की संभावना जताई है. विभाग के मुताबिक, 22 और 23 जनवरी को तेज बारिश होगी.
मौसम विभाग के मुताबिक, बारिश के बाद तापमान में तेजी से गिरावट आएगी, जिस वजह से दिल्ली में ठंड से एक बार फिर कंपकंपी बढ़ सकती है. वहीं राजधानी की आवोहवा अब भी काफी प्रदूषित है.
सिस्टम ऑफ एयर क्वालिटी एंड वेदर फोरकास्टिंग एंड रिसर्च के अनुसार, दिल्ली में हवा की गुणवत्ता ‘बेहद खराब’ श्रेणी में रही. दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक औसत 342 दर्ज किया गया.
सफर इंडिया का पूर्वानुमान है कि शनिवार को बारिश के असर से दोपहर बाद वायु गुणवत्ता में सुधार हो सकता है, लेकिन यह राहत एक दो दिन ही रह पाएगी. बाद में कोहरा छाने और तापमान में गिरावट होने से हवा की गुणवत्ता फिर बिगड़ जाएगी.
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आंकड़ों के अनुसार शनिवार को दिल्ली की वायु गुणवत्ता ’’बेहद खराब’’ श्रेणी में दर्ज की गई क्योंकि सुबह नौ बजे वायु गुणवत्ता सूचकांक 337 था. पड़ोसी शहरों में भी शनिवार सुबह वायु गुणवत्ता ’’बेहद खराब’’ श्रेणी में रही.
फरीदाबाद का वायु गुणवत्ता सूचकांक 350, गाजियाबाद का 313, गुड़गांव का 306 और नोएडा का 307 रहा. मालूम हो कि शून्य और 50 के बीच एक्यूआई को ‘अच्छा’, 51 और
100 के बीच ‘संतोषजनक’, 101 और 200 के बीच ‘मध्यम’, 201 और 300 के बीच ‘खराब’, 301 और 400 के बीच ‘बहुत खराब’ तथा 401 और 500 के बीच ‘गंभीर’ श्रेणी में माना जाता है.