अयोध्या में रेलवे ट्रैक के खुले मिले नट बोल्ट

जनपद के जालपा नाला पर बने रेलवे पुल संख्या 297 पर ट्रैक के हुक व बोल्ट गायब मिलने की खबर मिलते ही अधिकारियों के हाथ-पांव फूल गए हैं। सोमवार को दिन भर विभाग के अधिकारियों की मीटिंगों का दौर चलता रहा। रेलवे सुरक्षा बल ने कोतवाली अयोध्या में तहरीर दी है। वहीं आरपीएफ ने बोल्ट चोरी का केस दर्ज कर लिया है। खबर है कि पूरे मामले को गंभरीता से संज्ञान लेते हुए डीआरएम एसके सपरा ने मंडल सहायक अधिकारी (एडीईएन) बनवारी लाल व आरपीएफ इंस्पेक्टर मनीष राय को तलब किया है। चुनाव व गणतंत्र दिवस से ठीक पहले रामनगरी में बड़ी रेल दुर्घटना का षड्यंत्र सामने आया है। यहां रेल पुल के तीन हुक और तीन बोल्ट रातों रात खोल दिए गए। स्लीपर और पटरी को पुल से जोड़कर रखने में ये बोल्ट अत्यन्त महत्वपूर्ण होते हैं। रविवार सुबह जब तक रेल कर्मचारियों की नजर पड़ी तब तक तीन प्रमुख ट्रेनें इस पुल से गुजर गईं। सीनियर सेक्शन इंजीनियर एल बराइक ने इस कृत्य से रेल हादसे की आशंका व्यक्त करते हुए रेलवे सुरक्षा बल के थाना अयोध्या कैंट और कोतवाली अयोध्या में तहरीर दी है।रेल पथ की निगरानी से जुड़े एक जिम्मेदार अधिकारी ने इसके पीछे बड़े षड्यंत्र की आशंका जताई है। रविवार सुबह एक रेल कर्मी ने देखा कि अयोध्या के जालपा नाला पर बने रेल पुल संख्या 297 पर बोल्ट लापता हैं। उसने तत्काल सीनियर सेक्शन इंजीनियर (एसएसई) बराइक को इसकी सूचना दी। एसएसई के अनुसार, बोल्ट को कोई आसानी से नहीं खोल सकता है। इस घटना को सामान्य चोरी नहीं माना जा सकता है। यदि दो-तीन बोल्ट और लापता हो जाते तो ट्रेन भी पलट सकती थी। रात 2:30 बजे के करीब ओखा-गुवाहाटी एक्सप्रेस, उसके बाद साबरमती व मरुधर एक्सप्रेस इसी पुल से होकर गुजरी थीं। कोतवाल अयोध्या देवेंद्र पांडेय ने बताया कि अधिकार क्षेत्र रेलवे सुरक्षा बल का होने की वजह से इस प्रकरण में आरपीएफ ने मुकदमा दर्ज किया है। मामले की संयुक्त जांच आरपीएफ और अयोध्या पुलिस कर रही है। जांच के बाद पता चल सकेगा कि बोल्ट चोरी करने के पीछे क्या कारण है।