उत्तराखंड : माना घाटी में 11,000 फीट की ऊंचाई पर शून्य तापमान में मनाया गया गणतंत्र दिवस
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लद्दाख से लेकर अरुणाचल प्रदेश के सीमावर्ती क्षेत्र, ऊंचाई करीब 12 से 17 हजार फीट और तापमान शून्य से -45 डिग्री सेल्सियस… गणतंत्र दिवस 2022 पर इन विषम परिस्थितियों वाले राज्यों में बर्फीली ऊंचाईयों पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया गया.
ऐसा 73वें गणतंत्र दिवस 2022 पर भारत-तिब्बत सीमा पुलिस के जवानों ने किया है. हिमवीरों (आईटीबीपी के जवान) ने 12,000 से 17,500 फीट की ऊंचाईयों पर लद्दाख, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, सिक्किम और अरुणाचल प्रदेश के सीमावर्ती क्षेत्रों में राष्ट्रीय ध्वज फहराया, जहां कई स्थानों पर न्यूनतम तापमान शून्य से (-) 45 डिग्री सेल्सियस है.
साथ ही भारत-तिब्बत सीमा पुलिस के जवानों ने उत्तराखंड की माना घाटी में (जिसे भारत का आखिरी गांव कहा जाता है) 11,000 फीट की ऊंचाई पर शून्य तापमान में गणतंत्र दिवस मनाया.
दरअसल, 1962 में स्थापित ITBP भारत-चीन सीमाओं के 3488 KM की सुरक्षा के लिए तैनात है. इन पर्वतीय सीमाओं में इलाके और मौसम की विकट चुनौतियां हैं, जहां आईटीबीपी के बहादुर जवान देश की हिमालयी सीमाओं पर निगरानी रखने के लिए चौबीसों घंटे तैनात रहते हैं.
ITBP एक पर्वतीय प्रशिक्षित बल है और इसके सभी कर्मियों को पेशेवर रूप से पर्वतारोही माना जाता है. राष्ट्र की उच्चतम सीमाओं की सुरक्षा में इसकी महत्वपूर्ण भूमिका के लिए बल को ‘हिमालय के प्रहरी’ के रूप में ख्याति प्राप्त है.
बल ने हाल ही में राष्ट्र की समर्पित सेवा के 59 वर्ष पूरे किए हैं. आईटीबीपी ने पिछले वर्षों में हिमालयी क्षेत्र में ‘फर्स्ट रिस्पॉन्डर्स’ के रूप में सैकड़ों बचाव अभियान चलाए हैं और स्थानीय लोगों की आपदा में सहायता की है .