शिवसेना के वरिष्ठ नेता संजय राउत ने टीपू सुल्तान को लेकर बीजेपी पर बोला जमकर हमला
शिवसेना के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद संजय राउत ने टीपू सुल्तान को लेकर बीजेपी पर जमकर हमला किया है. संजय राउत ने कहा है कि राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने भी कर्नाटक में टीपू सुल्तान की तारीफ की थी तो क्या बीजेपी उनसे भी इस्तीफे की मांग करेगी?
बीजेपी को इसे स्पष्ट करना चाहिए. यह नाटक है. कल बीजेपी ने मुंबई में एक बाग का नाम टीपू सुल्तान के नाम पर रखने का विरोध करते हुए दावा किया था कि 18वीं शताब्दी के मैसूर के शासक ने हिंदुओं का उत्पीड़न किया और किसी सार्वजनिक स्थान के लिए उनका नाम अस्वीकार्य है.
संजय राउत ने कहा, ”राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने भी टीपू सुल्तान की तारीफ की गई थी. उनका कहना था कि टीपू सुल्तान ऐतिहासिक योद्धा थे, स्वतंत्रता सेनानी थे. क्या बीजेपी राष्ट्रपति से उनका इस्तीफा मांगेगी?
If they say it has been named after Tipu&that they'll do this&that then they should let it be, saying all this doesn't suit them. State Govt capable of making decisions. Don't write new history. You can continue trying to change history in Delhi but you won't succeed: Sanjay Raut
— ANI (@ANI) January 27, 2022
बीजेपी को इस पर अपना रुख स्पष्ट करना चाहिए. बीजेपी इस मुद्दे पर ड्रामा कर रही है.” उन्होंने आगे कहा, ”बीजेपी को लगता है कि उन्हें ही इतिहास के बारे में जानकारी है. हम टीपू सुल्तान के बारे में जानते हैं. हमें बीजेपी से कुछ सीखने की जरूरत नहीं है.”
दरअसल कल महाराष्ट्र के मंत्री असलम शेख ने मालवानी क्षेत्र के बाग में नई सुविधाओं का उद्घाटन किया और कहा कि इस बाग का नाम हमेशा टीपू सुल्तान के नाम पर ही था और कोई नया नाम नहीं रखा गया है.
मुंबई शहर के प्रभारी मंत्री और कांग्रेस नेता शेख के इस कार्यक्रम में शामिल होने के दौरान बीजेपी युवा मोर्चा, बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ताओं ने नाम बदलने की मांग करते हुए विरोध प्रदर्शन किया था.
बीजेपी नेता और पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने नागपुर में कहा, “टीपू सुल्तान अपने राज्य में हिंदुओं के उत्पीड़न के लिए ऐतिहासिक रूप से जाने जाते हैं. बीजेपी कभी भी ऐसे लोगों का सम्मान स्वीकार नहीं करेगी. टीपू सुल्तान के नाम पर बाग का नाम रखे जाने का फैसला रद्द कर दिया जाना चाहिए.” मुंबई नगर निकाय पर शिव सेना का नियंत्रण है.