रायबरेली में जहरीली शराब पीने से 10 की मौत, 45 बीमार
विधानसभा चुनाव के मतदान से पहले ही जहरीली शराब ने हाहाकार मचा दिया है। महराजगंज के ग्राम पहाड़पुर में आयोजित एक समारोह में देशी ठेका से खरीदी गई विंडीज ब्रांड की जहरीली शराब पीने से दस लोगों की मौत हो गई वहीं 45 लोग जिला अस्पताल में भर्ती कराए गए हैं। घटना से लखनऊ तक में हड़कंप मचा हुआ है। कमिश्नर और आईजी ने घटनास्थल का दौरा किया तथा ग्रामीणों से बात की। वहीं अपर मुख्य सचिव आबकारी ने जिला आबकारी अधिकारी, इंस्पेक्टर और कांस्टेबल को तथा एसपी ने महराजगंज कोतवाली प्रभारी, थुलवासा चौकी इंचार्ज सहित छह पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है।
महराजगंज कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत ग्राम पहाड़पुर में गांव निवासी रामधनी के नाती का बीती सोमवार रात निघासन का कार्यक्रम था। इस दौरान समारोह में खासी भीड़ एकत्र हुई थी और नजदीक के ठेके से विंडीज ब्रांड की देशी शराब खरीद कर पी गई थी। सोमवार रात को किसी को कोई तकलीफ नहीं हुई लेकिन मंगलवार रात को शराब पीने वालों की तबियत बिगडऩा शुरू हो गई। हालत बिगड़ते ही घरों में कोहराम मच गया। बीमार लोगों को महराजगंज सीएचसी लाया गया लेकिन मंगलवार रात ही पूरे छत्ता गांव मजरे पहाड़पुर निवासी वंशीलाल (60 वर्ष) पुत्र द्वारिका, सुखरानी (65 वर्ष) पत्नी रामधनी, सरोज यादव (40 वर्ष) पुत्र रामप्यारे, राम सुमेर पुत्र (48 वर्ष), जितेंद्र (35 वर्ष) पहाड़पुर की मौत हो गई। मौके पर पहुंचे जिलाधिकारी वैभव श्रीवास्तव व एसपी ने जांच पड़ताल की तथा बीमार लोगों को जिला अस्पताल में भर्ती कराए जाने के निर्देश दिए। जहरीली शराब का कहर इस तरह बरपा कि बुधवार को चंद्र पाल (32 वर्ष) पुत्र बलऊ पहाड़पुर, रामबाबू (45 वर्ष) निवासी थुलवासा, बचई (43 वर्ष) पुत्र दुजई लोधवामऊ, कल्लू (48 वर्ष) पुत्र बुधइ बहादुरनगर ने भी दम तोड़ दिया। जहरीली शराब के तांडव की खबर लखनऊ पहुंचते ही आलाधिकारी हरकत में आ गए। कमिश्नर लखनऊ रंजन कुमार और आईजी लक्ष्मी सिंह मौके पर पहुंची तथा जांच पड़ताल कर घटना के बाबत ग्रामीणों से जानकारी हासिल की। कमिश्नर लखनऊ रंजन कुमार ने बताया कि वेंडीज ब्रांड की शराब पीने से घटना हुई है, जिसके सैंपल की जांच कराई जा रही है। साथ ही डीएम को अनदेखी करने वाले अधिकारियों के खिलाफ रिपोर्ट देने को कहा गया है। आईजी लक्ष्मी सिंह ने बताया कि शराब ठेके के अनुज्ञापी धीरेंद्र सिंह और सेल्समैन राम प्रताप के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है वहीं इनकी गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जा रही है। डीजीपी मुकुल गोयल ने उच्चस्तरीय जांच के निर्देश दिए हैं।