कोराना कहरः दो कोरोना संक्रमितों की हुई मौत – मेडिकल कालेज के कोरोना वार्ड में किया जा रहा था उपचार
कोरोना की तीसरी लहर का तांडव शुरू हो चुका है। शुक्रवार को कोरोना से संक्रमित एक महिला समेत दो लोगों ने जिंदगी को अलविदा कह दिया। दोनो मृतकों का उपचार रानी दुर्गावती मेडिकल कालेज में ओमीक्रोन वार्ड में किया जा रहा था। दोनो संक्रमितों की मौत हो जाने के बाद परिजनों को जानकारी दी गई। इसके बाद कोरोना प्रोटोकाल के तहत दोनो शवों का कड़ी निगरानी में राजघाट स्थित शवदाह गृह में अंतिम संस्कार कराया गया।
जिले में कोरोना का कहर लगातार बढ़ता ही जा रहा है। प्रतिदिन संक्रमित मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है। हर दूसरे दिन तकरीबन आधा सैकड़ा मरीज निकल रहे हैं। कोरोना से बचाव के लिए न तो मास्क का इस्तेमाल किया जा रहा है और न ही सोशल डिस्टेंसिंग का पालन ही किया जा रहा है। ऐसे में संक्रमण दर लगातार बढ़ रही है। चिल्ला थाना क्षेत्र के बंबिया गांव की रहने वाली 77 वर्षीय महिला बीमार थी। घरवालों ने उसका उपचार कराया, लेकिन हालत में सुधार नहीं र्हुआ 24 जनवरी को उसकी कोरोना की जांच कराई गई, रिपोर्ट पाजिटिव आई। इसके साथ महिला के फेफड़ों में संक्रमण बढ़ गया था। दमा व पेट दर्द की भी शिकायत थी। उसे रानी दुर्गावती मेडिकल कालेज के ओमीक्रोन वार्ड के आईसीयू में भर्ती कराया गया। वहां उसका उपचार किया जा रहा था। उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। इसी तरह शहर के छोटी बाजार मुहल्ला निवासी 65 वर्षीय वृद्ध कई दिनों से बीमार था। उसकी भी जांच कराई गई थी। जांच में उसे भी कोरोना संक्रमित पाया गया था। 26 जनवरी को उसे मेडिकल कालेज के आईसोलेशन वार्ड में भर्ती कराया गया था, वहां पर उसका उपचार किया जा रहा था। चिकित्सकों ने उसकी किडनी और ब्लड प्रेशर आदि की समस्या बताई थी। संक्रमित वृद्ध ने उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। मौत की खबर मिलते ही परिवारीजनों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया। परिजन भी पहुंच गए। लेकिन अंतिम संस्कार के लिए शव परिजनों को नहीं दिए गए। सीएमओ डा. अनिल कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि कोविड प्रोटोकाल के तहत दोनो शवों को पालीबैग में पैक कर अंतिम संस्कार के लिए राजघाट मुक्तिधाम भेजा गया। वहां पर शवों का अंतिम संस्कार विद्युत शवदाह में किया गया। स्वास्थ्य विभाग की टीम में हरी, चंदन और दो पुलिस कर्मी मौजूद रहे।