5000 प्रबन्ध तकनीकी छात्रों व 450 संकाय सदस्य और विभागाध्यक्ष को ऋषि साहित्य का मिलेगा लाभ
विचार क्रान्ति ज्ञान यज्ञ अभियान के अन्तर्गत अजय कुमार गर्ग इंस्टीटूट आॅफ मैनेजमेन्ट, गाजियाबाद के केन्द्रीय पुस्तकालय में गायत्री परिवार के संस्थापक युगऋषि पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य द्वारा रचित सम्पूर्ण 79 खण्डों का 354वाँ वांड़मय साहित्य की स्थापित की गई। कोविड प्रोटोकाल के तहत उपरोक्त यह वाङ्मय साहित्य डॉ.नरेन्द्र देव द्वारा इन्दिरा नगर स्थित गायत्री ज्ञान मंदिर में संस्था के डीन ग्रुप कैप्टन प्रो.आई.पी. शर्मा को दिया गया। इस अवसर पर वाङ्मय स्थापना अभियान के मुख्य संयोजक उमानंद शर्मा ने कहा कि ऋषि साहित्य नैतिक शिक्षा प्रदान करता है। इण्डियन एयर फोर्स के रिटायर्ड ग्रुप कैपटन एवं संस्थान के डीन प्रो.आई.पी. शर्मा ने कहा कि हमारा कालेज पिछले 24 वर्षों से कार्यरत है,गाजियाबाद क्षेत्र में एकेटीयू के अनुसार बेस्ट कालेजों में एक है हमारे कालेज में प्रबन्ध तकनीकी के लगभग 5000 छात्र-छात्रायें,उच्च अधिकारी व संकाय सदस्य 450 हैं इस साहित्य का लाभ सभी को मिलेगा। यह ऋषि का बहुमूल्य साहित्य हमारे संस्थान के छात्राओं का व्यक्तित्व परिकृत कर मानवीय जीवन की गरिमा का बोध करा सकता है। संस्था के महानिदेशक ग्रुप कैप्टन डॉ.आर.के.अग्रवाल ने दूरभाष से संस्था को वाङ्मय साहित्य भेंट करने के लिए गायत्री परिवार के प्रति कृतज्ञता व्यक्त की। इस मौके पर उमानन्द शर्मा,डॉ. नरेन्द्र देव,अनिल भटनागर, देवेन्द्र सिंह, रोहित व अन्य उपस्थित रहे।