क्षमता निर्माण योजना के विजन दस्तावेज का विमोचन और खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय के प्रशिक्षण मॉड्यूल का शुभारंभ

केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री पशुपति कुमार पारस ने आदिल जैनुलभाई (अध्यक्ष, क्षमता निर्माण आयोग (सीबीसी), पुष्पा सुब्रह्मण्यम (सचिव, एफपीआई), अनीता प्रवीण (विशेष सचिव, एफपीआई), डॉ. बालसुब्रमण्यम (सदस्य- एचआर, सीबीसी), प्रवीण परदेशी (सदस्य-प्रशासन, सीबीसी), मिन्हाज आलम (संयुक्त सचिव, एफपीआई), डॉ. चिंडी वासुदेवप्पा (निदेशक, निफ्टेम, सोनीपत), डॉ. सी. आनंदरामकृष्णन (निदेशक, निफ्टेम, तंजावुर), हेमंग जानी (सचिव, सीबीसी) और डॉ. अत्यानंद (निदेशक, एफपीआई) की उपस्थिति में मिशन कर्मयोगी के तहत मंत्रालय की क्षमता निर्माण योजना का विजन दस्तावेज जारी किया।
खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय की क्षमता निर्माण योजना (सीबीपी) का विजन दस्तावेज क्षमता निर्माण आयोग के सहयोग से विकसित किया गया है। खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय मिशन कर्मयोगी के तहत क्षमता निर्माण योजना को विकसित और कार्यान्वित करने वाला सभी मंत्रालयों और विभागों में पहला है।
मंत्रालय की क्षमता निर्माण योजना का उद्देश्य कर्मचारियों को खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र से संबंधित कार्यक्षेत्रों में प्रशिक्षण प्रदान करके उन्हें अधिक रचनात्मक, सक्रिय, पेशेवर, प्रौद्योगिकी-सक्षम, कुशल, जवाबदेह और नागरिक केंद्रित बनाने में सक्षम बनाना है। मंत्रालय के लगभग 150 कर्मचारियों को व्यवहारिक, कार्यात्मक और कार्यदक्षताओं को बढ़ाने और मजबूत करने के लिए प्रशिक्षण दिया जाएगा।
कार्यक्रम के दौरान निफ्टेम, सोनीपत और निफ्टेम, तंजावुर द्वारा विकसित क्षमता निर्माण के लिए विभिन्न प्रशिक्षण मॉड्यूल भी लॉन्च किए गए।