एसीटी की असफलता 2022 के व्यस्त कार्यक्रम से पहले कड़ा सबक : रीड
भारतीय पुरुष हॉकी टीम के मुख्य कोच ग्राहम रीड को एशियाई चैंपियन्स ट्राफी (एसीटी) के सेमीफाइनल में मिली हार अब भी आहत करती है लेकिन शुक्रवार को उन्होंने कहा कि 2022 के व्यस्त कार्यक्रम से पहले यह झटका तोक्यो ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता के लिये कड़ा सबक है।
भारत को पिछले महीने एसीटी सेमीफाइनल में जापान से 3-5 से हार का सामना करना पड़ा था।
रीड ने वर्चुअल संवाददाता सम्मेलन में कहा, ”आपको हमेशा परिस्थितियों के अनुसार चलना पड़ता है। मुझ सहित हर कोई एसीटी सेमीफाइनल में मिली हार से आहत था। कोई भी ऐसा नहीं चाहेगा लेकिन कभी कभी आपको सबक लेने के लिये इस तरह के अनुभवों से गुजरना पड़ता है।
उन्होंने कहा, ”टूर्नामेंट के बाद संदेश स्पष्ट था कि देखो अगर आप प्रत्येक मैच को अत्याधिक महत्व नहीं देते हैं तो क्या होता है। मुझे लगता है कि सीखने के लिहाज से यह वास्तव में बहुत अच्छा अनुभव था।
रीड ने कहा कि ओलंपिक पदक के बाद टीम के लिये संदेश स्पष्ट था कि यह शुरुआत है और सफर यहीं समाप्त नहीं हो जाता तथा जापान के खिलाफ हार उनके लिये व्यस्त वर्ष से पहले कड़ा सबक होगी। इस वर्ष टीम को एफआईएच प्रो लीग, राष्ट्रमंडल खेल और एशियाई खेलों में भाग लेना है।
उन्होंने कहा, ”ओलंपिक के बाद मैंने यह भी कहा था, यह शुरुआत है तथा तोक्यो में कांस्य पदक जीतने के बाद से यही हमारा संदेश रहा है।
रीड ने कहा, ”हमें यहां से अवसरों का पूरा फायदा उठाना है।ÓÓ
भारत वर्ष की शुरुआत आठ से 13 फरवरी के बीच दक्षिण अफ्रीका और फ्रांस के खिलाफ पोटचेफ्सट्रूम में प्रो लीग के मैच खेलेगा।