मत्स्यगयेन्द्रनाथ मन्दिर में उमडा जनसैलान।
चित्रकूट । महाशिवरात्रि के पर्व को लेकर भगवान श्रीराम की तपोस्थली चित्रकूट में काफी उत्साह है। मतगजेंद्र नाथ समेत धर्मनगरी के सभी शिवालयों एवं शिव मंदिरों में श्रद्धालुओं की काफी भीड़ देखने को मिल रही है। शिव मंदिरों में पूजा-अर्चना करने वाले श्रद्धालुओं की भीड़ को देखकर जिला पुलिस-प्रशासन ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं। चप्पे-चप्पे पर पुलिस नजर आ रही है। धर्म नगरी समेत कई ग्रामीण अंचलों के शिव मंदिरों में श्रद्धालुओं में काफी उत्साह देखने को मिल रहा है।
जिले के यूपी बॉर्डर मंदाकिनी तट पर स्थित मतगजेंद्र नाथ मंदिर पर रात्रि से ही श्रद्धालुओं का आना शुरू हो गया है। यहां की मान्यता है कि स्वयं शिवलिंग की स्थापना ब्रह्मा, विष्णु और महेश ने की थी। यहां पर 4 शिवलिंग हैं। भक्त अजीत सिंह ने बताया, यह भारत का पहला स्थान है, जहां 4 शिवलिंग एक साथ विराजमान हैं। यहां भगवान भोलेनाथ को चित्रकूट का क्षेत्रपाल माना जाता है। अजीत सिंह ने बताया कि जब वनवास काल में भगवान श्रीराम चित्रकूट आए तब इन्हीं से आज्ञा लेकर यहां रुके थे। भ्रमण के लिए भगवान भोलेनाथ ने उन्हें आदेश दिया था। यहां पर श्रद्धालु मंदाकिनी नदी पर डुबकी लगाकर भगवान मतगजेंद्र नाथ का जलाभिषेक करते हैं। यहां पर उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के कई जनपदों से श्रद्धालु आकर पूजा-अर्चना करते हैं। उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश की पुलिस चप्पे-चप्पे पर श्रद्धालुओं की सुरक्षा व्यवस्था के लिए तैनात है। यहां भोलेनाथ की शाम को बारात निकलेगी और शिव-पार्वती विवाह मंदाकिनी तट पर होगा। जहां पर श्रद्धालु पालकी उठाकर भोलेनाथ को नगर में घुमाएंगे।