कलश यात्रा में शामिल महिलाएं
अयोध्या । क्षेत्र के रायपट्टी गाँव में सात दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा का शुभारंभ विशाल मंगल कलश शोभा यात्रा के साथ हुआ। कलश यात्रा को समीपवर्ती गांवों तथा देवस्थानों पर गाजे-बाजे के साथ निकालकर श्रीमद्भागवत कथा के लिए जन जागरण किया गया। कलश यात्रा को कथावाचक आचार्य श्रवण तिवारी ने पूजन के साथ रवाना किया। मंगल कलश सिर पर धारण किए हुई सैकड़ो महिलाएं मंगलगीत गाते हुए चल रही थीं। जगह-जगह गाँव, गलियों मे कलश यात्रा का भव्य स्वागत किया गया। भक्ति रस में डूबे श्रद्धालुओं के जयघोष से माहौल भक्ति रस में डूब गया। मंत्रोच्चारण के बीच श्रीमद्भागवत कथा की विधिवत शुरुआत की गई। कथावाचक आचार्य श्रवण तिवारी ने कथा का शुभारंभ करते ही कहा कि श्रीमद्भगवत कथा का श्रवण करने से मानव जीवन में एक जन्म नहीं अपितु हमारे कई जन्मों के पापों का नाश होने के साथ ही हमारे शुभ कर्मों का उदय होता है। इसके श्रवण मात्र से जीव जन्म और मरण के बंधन से मुक्त होकर शांत व स्थिर हो जाता है। कथा श्रवण के लिए क्षेत्रवासियों से कथा में पहुंचने का अनुरोध किया। इस अवसर पर मुख्य यजमान श्रीमती रामपती, अरुण तिवारी, रमाशंकर तिवारी आदि प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।