लोक अदालत में 67 हजार से अधिक विभिन्न मामलों का निस्तारण
झांसी । राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण नई दिल्ली एंव उप्र राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के निर्देशन में राष्ट्रीय लोक अदालत एडीआर भवन, जिला न्यायालय परिसर में जनपद न्यायाधीश व अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण ज्योत्सना शर्मा की अध्यक्षता में संपन्न हुई। राष्ट्रीय लोक अदालत का शुभारम्भ प्रशासनिक न्यायामूर्ति नीरज तिवारी उच्च न्यायालय इलाहाबाद द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया। शुभारंभ विश्व पयार्वरण दिवस के मद्देनजर परिसर में वृक्षारोपण भी किया गया। राष्ट्रीय लोक अदालत में विभिन्न प्रकृति के कुल 67157 वादों का निस्तारण आपसी सुलह समझौते के आधार पर किया गया, जिसमें 81 वैवाहिक प्रकरण, 99 अन्य सिविल वाद, 02 अन्य वाद निस्तारित किये गये, 4596 शमनीय आपराधिक वादों का निस्तारण कर 329485/- रूपये अथर्दण्ड के रूप में वसूल किये गये। जिलाधिकारी रविन्द्र कुमार के निर्देशानुसार जनपद के विभिन्न राजस्व/दाण्डिक न्यायालयों द्वारा 335 राजस्व वाद, 6087 शमनीय आपराधिक वाद, 417 विद्युत उपभोक्ता वाद, 10398 जनहित गारन्टी अधिनियम वाद, पुलिस विभाग के 4977, विद्युत विभाग के 417, बैंक 582, श्रम विभाग के 29 परिवहन के 465, राजस्व विभाग के 12139, तथा अन्य प्रकरण 89623 सहित जिला प्रशासन के विभागों द्वारा कुल 108232 निस्तारित किये गये। इसके अतिरिक्त 56987730/- रूपये की धनराशि से सम्बन्धित 582 बैक ऋण सम्बन्घी प्रकरण प्रीलिटिगेशन वाद के रूप में निस्तारित किये गये।ज्योत्सना शर्मा, जनपद न्यायाधीश द्वारा 01, पवन प्रताप, पीठासीन अधिकारी, मोटर दुघर्टना दावा अधिकरण द्वारा 28 वाद निस्तारित कर 9957000/- रूपये प्रतिकर के रूप में दिलाये गये। पारिवारिक न्यायालय में कुल 81 वाद, जयतेन्द्र कुमार अपर जनपद न्यायाधीश द्वारा 01, सुयश प्रकाश श्रीवास्तव विशेष न्यायाधीश (दस्यु प्रभावित क्षेत्र), झांसी द्वारा 02 शमनीय अपराधिक वाद एवं 01 अन्य सिविल वाद, प्रतीक्षा नागर, विशेष न्यायाधीश आव0 वस्तु अधिनियम द्वारा 5, एवं 417 विद्युत सम्बन्धी वाद, सुशील कुमार चतुर्थ, अपर जिला जज द्वारा 01 अन्य सिविल वाद में 90,000/-रू0 समझौता धनराशि के रूप में निस्तारित किया गया।लालबहादुर गोंड, लघुवाद न्यायाधीश द्वारा 19, अशोक कुमार यादव-तृतीय, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट द्वारा 1339, तारकेवरी सिंह, सिविल जज सीडि द्वारा 45 अन्य सिविल वादों में 40639503.75/- समझौता धनराशि के रूप में निस्तारित किया गया। हितेश अग्रवाल, अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट रेलवे द्वारा 991 रेलवे एक्ट, दिलीप सिंह, पीठासीन अधिकारी, अतिरिक्त न्यायालय द्वारा 63,सुनील शेखर, सिविल जज जू0डि0 गरौठा द्वारा, 349 शमनीय आपराधिक वाद, नूपुर श्रीवास्तव सिविल जज जूडि मऊरानीपुर द्वारा 821 शमनीय आपराधिक वाद, 02 पारिवारिक वाद एवं 4 एनआई एक्ट वाद, सुशान्त बहल सिविल जज जूडि मोंठ द्वारा 284 शमनीय आपराधिक वाद एवं 03 अन्य सिविल, जी डी गुप्ता, विशेष न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम द्वारा 13 मामलों का निस्तारण किया गया। लोक अदालत के अन्त में शीतल प्रियदर्शी, सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा आभार व्यक्त किया गया।