राज्य सरकार द्वारा कोरोना से जंग के लिए उठाए गए कदमों, जिनमें बचाव तथा टीकाकरण शामिल हैं, के कारण आज कोरोना संक्रमण की स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में : मुख्यमंत्री
लखनऊ । उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने आज यहां लोक भवन में कोविड प्रबन्धन हेतु गठित टीम-9 की बैठक में वर्तमान में कोरोना संक्रमण की स्थिति की समीक्षा की। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा कोरोना से जंग के लिए उठाए गए कदमों, जिनमें बचाव तथा टीकाकरण शामिल हैं, के कारण आज कोरोना संक्रमण की स्थिति पूरी तरह नियंत्रण मंे है। इसके बावजूद अभी भी इस संक्रमण के खिलाफ सतर्कता बरतनी आवश्यक है। इसलिए सभी जनपदों मंे इण्टीग्रेटेड कमाण्ड सेन्टर संचालित रखे जाएं, ताकि आवश्यकता पड़ने पर लोग सम्पर्क कर सकें। बैठक के दौरान अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य द्वारा कोरोना संक्रमण की रोकथाम तथा टीकाकरण की स्थिति के सम्बन्ध में एक प्रस्तुतीकरण भी किया गया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री जी को अवगत कराया गया कि पिछले 24 घण्टों में राज्य में कोरोना संक्रमण के 34 नए मामले सामने आए हैं। इस अवधि में 49 व्यक्तियों को सफल उपचार के उपरान्त डिस्चार्ज किया गया है। वर्तमान में प्रदेश में कोरोना के सक्रिय मामलों की संख्या 354 है। पिछले 24 घण्टे में प्रदेश में 01 लाख 30 हजार 847 कोरोना टेस्ट किए गए। अब तक राज्य में 10 करोड़ 78 लाख 90 हजार 287 कोविड टेस्ट सम्पन्न हो चुके हैं। राज्य में गत दिवस तक 29 करोड़ 93 लाख से अधिक कोरोना वैक्सीन की डोज लगाई जा चुकी हैं। 18 वर्ष से अधिक आयु वर्ग में 12 करोड़ 32 लाख 14 हजार से अधिक लोगों को टीके की दोनों डोज देकर कोविड सुरक्षा कवच प्रदान किया जा चुका है। इस प्रकार 83.58 प्रतिशत लोग कोविड टीके की दोनों डोज ले चुके हैं। 15 करोड़ 26 लाख 61 हजार से अधिक लोगों ने कोविड वैक्सीन की पहली डोज प्राप्त कर ली है। विगत दिवस तक 15 से 17 वर्ष आयु वर्ग के 01 करोड़ 30 लाख 36 हजार से अधिक किशोरों ने कोविड वैक्सीन की प्रथम डोज तथा 73 लाख 33 हजार से अधिक किशोरों ने द्वितीय डोज प्राप्त कर ली है। इस प्रकार, 15 से 17 वर्ष आयु वर्ग में अब तक कुल 02 करोड़ 03 लाख 69 हजार से अधिक डोज लगायी जा चुकी है। 12 से 14 वर्ष आयु वर्ग के 07 लाख 19 हजार से अधिक बच्चों ने टीके की पहली खुराक प्राप्त कर ली। 24 लाख 11 हजार से अधिक पात्र लोगों ने प्रिकॉशन डोज भी प्राप्त कर ली है। मुख्यमंत्री जी ने कहा कि कोरोना के बीच देश के कई राज्यों में अस्पतालों में आग लगने की दुःखद घटना घटी। यह हमारी चाक-चैबंद व्यवस्थाओं का ही परिणाम था कि प्रदेश में ऐसी दुर्घटना नहीं हुई। उन्होंने निर्देशित किया कि प्रदेश के सभी मेडिकल काॅलेजों एवं अस्पतालों में फायर सेफ्टी की व्यवस्था की पुनः भौतिक समीक्षा की जाए। जहां कमी/गड़बड़ी हो वहां तत्काल व्यवस्था ठीक की जाए। यह काम अभियान के रूप में तत्काल किया जाना चाहिए। मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश सरकार सभी तहसीलों में फायर टेंडर की सुविधा उपलब्ध कराने के लिए प्रयासरत है। इस दिशा में तेजी से कार्य हो रहा है। ग्रामीण क्षेत्र में अधिकतम 15 मिनट और शहरी क्षेत्र में अधिकतम 07 मिनट का रेस्पाॅन्स टाइम सुनिश्चित किया जाए। मुख्यमंत्री जी ने कहा कि हाल ही में कराए गए सीरो सर्विलांस के परिणाम बताते हैं कि तीसरी लहर के बाद लोगों में एंटीबाॅडी की स्थिति पहले से काफी बेहतर हुई है। वैक्सीनेशन काफी उपयोगी सिद्ध हुआ है। यह सुनिश्चित किया जाए कि एक भी प्रदेशवासी कोविड टीकाकवर से वंचित न रहे। मुख्यमंत्री जी ने कहा कि एग्रेसिव टेस्टिंग और ट्रेसिंग, त्वरित ट्रीटमेंट और तेज टीकाकरण की नीति के अच्छे परिणाम देखने को मिले हैं। उत्तर प्रदेश के कोविड प्रबंधन की आज विभिन्न वैश्विक संस्थाएं सराहना कर रही हैं। मार्च, 2020 में जब प्रदेश में पहला कोविड केस मिला था, तब हमारे पास टेस्टिंग की सुविधा नहीं थी। हमें एन0आई0वी0, पुणे में सैम्पल की जांच करानी पड़ी थी। मरीज को दिल्ली भेज कर भर्ती कराना पड़ा था। आज प्रदेश के सभी 75 जनपदों में सैम्पल की जांच हो रही है। प्रत्येक जिले में अस्पतालों की सुविधा में अभूतपूर्व सुधार किया गया है। उत्तर प्रदेश में चार संस्थानों में जीनोम सिक्वेंसिंग की जा रही है। इण्टीगे्रटेड कोविड कमांड सेन्टर, वैक्सीनेशन का क्लस्टर माॅडल, निगरानी समिति जैसे हमारे प्रयास आज चहुंओर सराहना प्राप्त कर रहे हैं।