मुख्यमंत्रीजी ने सभी ग्राम पंचायत व नगर निकायों से जुड़े सभी जनप्रतिनिधि घर-घर जाकर स्कूली शिक्षा से वंचित बच्चों को नजदीक के स्कूल ले जा करके उनका रजिस्ट्रेशन करवाया जाये
प्रदेश के मुख्यमंत्री ने सभी जनप्रतिनिधियों यथा सांसदों, विधायकों, विधान परिषद सदस्यों, जिला पंचायत अध्यक्ष, मेयर, नगर निकायों के अध्यक्षों, पार्षदों, प्रधान सहित अन्य सभी से आग्रह करते हुए कहा कि वे एक-एक विद्यालय गोद लेकर ऑपरेशन कायाकल्प के माध्यम से सभी प्रकार की बुनियादी सुविधाओं से आच्छादित करते हुए भावी पीढ़ी के वर्तमान को सुधारने की दिशा में प्रयास करेंगे तो वह बच्चों के भविष्य को उज्ज्वल बनाने में अपना योगदान दे पाएंगे। प्रदेश में बेसिक शिक्षा परिषद के विद्यालयों में जितने बच्चे प्रदेश में पढ़ रहे हैं, देश के अनेक राज्यों एवं विश्व के विभिन्न देशों की उतनी आबादी नहीं है। उन्होंने कहा कि प्रदेशवासियों को राज्य के इन बच्चों की प्रतिभा पर गौरव की अनुभूति होनी चाहिए, उन्हें उचित माहौल देना चाहिए। बच्चों के लिए विद्यालय में कोई फर्नीचर की व्यवस्था, कोई लाइब्रेरी बनाने में अपना योगदान दे सकता है, जिससे प्रदेश के सभी विद्यालयों में अध्ययन कर रहे बच्चों को अच्छी सुविधाएं मिल सके।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा पाठ्यक्रम में आमूल-चूल परिवर्तन किया गया है। एन0सी0ई0आर0टी0 के पाठ्यक्रम को बेसिक शिक्षा में लागू करने के साथ-साथ महापुरुषों की जीवनी से जोड़ने का भी कार्य किया गया है। स्कूल चलो अभियान को जनपद श्रावस्ती से प्रारम्भ किया गया है। इसका कारण है कि श्रावस्ती आकांक्षात्मक जनपद है।