उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने जनता के दर्शन में सुनी लोगो की समस्याएं
गोरखनाथ मंदिर पर हमले के बाद गोरखपुर पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार की सुबह यहां
मंदिर के हिंदु सेवाश्रम में जनता दर्शन किया। विधानसभा चुनाव जीतकर दोबारा मुख्यमंत्री बनें योगी का
पिछले तीन महीनों में यह पहला जनता दर्शन रहा। जिसमें उन्होंने करीब 95 फरियादियों की समस्याएं सुनी
और संबंधित अधिकारियों को कार्रवाई के निर्देश दिए। इससे पहले उन्होंने दिसंबर 2021 में जनता दर्शन
किया था।
सीमए ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि जनता की समस्याओं को गंभीरतापूर्वक अपने कार्यालयों में
सुनें। उनका निस्तारण गुणवत्तापूर्ण एवं निर्धारित अवधि में कराएं। किसी भी स्तर पर लापरवाही क्षम्य नहीं
होगी। जमीन संबंधी मामलों के निस्तारण में पुलिस का भी सहयोग लिया जाए। टाल-मटोल वाला रवैया
बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। ऐसे मामले जिनका निस्तारण शासन स्तर पर ही किया जा सकता है, उन्हें
निस्तारण के लिए लखनऊ भेजे। इसके साथ ही हर शिकायत को पोर्टल पर दर्ज कर अधिकतम एक माह में
निस्तरण की व्यवस्था तय कर दी गई है।
जनता दर्शन में माया बाजार निवासी तीन साल का श्रेयांश अपने पिता अनूप गुप्त के साथ आया था। किडनी
की समस्या को लेकर आर्थिक मदद की दरकार थी। मुख्यमंत्री योगी ने उनकी परेशानी सुनी और उनका
आवेदन लेकर जिलाधिकारी को दिया और शीघ्र इलाज की व्यवस्था कराने के निर्देश दिए।
लगातार एक्शन में हैं योगी
यही नहीं, सीएम योगी आदित्यनाथ पहले ही स्पष्ट कर चुके हैं कि जिन जिलों और विभागों से संबंधित
शिकायतें ज्यादा आएंगी, वहां के अधिकारी जिम्मेदार होंगे। नौकरशाही पर नकेल कसने के लिए कार्रवाई
का चाबुक हाथ में उठा चुके मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपने दूसरे कार्यकाल में जन शिकायतों एवं
भ्रष्टाचार के मामले में दो डीएम, एक एसएसपी और एक एसडीएम को अब तक निलंबित कर चुके हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को जनता दर्शन में पुलिस अधिकारियों को निर्देशित किया कि
थाने में आने वाली शिकायतों का गुणवत्तापूर्ण समाधान सुनिश्चित कराएं। खास और जमीन एवं राजस्व