पाॅलिसी रिन्यू के नाम पर धोखाधड़ी करने वाले सात अभियुक्त गिरफ्तार
फिरोजाबाद । साइबर क्राइम सेल व सिरसागंज पुलिस टीम ने शनिवार को आम जनमानस की इन्श्योरेन्स पॉलिसी से जुड़ा डाटा चुराकर व पॉलिसी रिन्यू कराने के नाम पर फोन द्वारा धोखाधड़ी करने वाले सात शातिर अन्तर्राज्यीय अभियुक्तगणों को गिरफ्तार किया है। जिनके कब्जे से लाखों की नकदी, मोबाइल, लग्जरी कार आदि सामान बरामद हुआ है। थाना सिरसागंज के जवाहर नवोदय विद्यालय कैम्पस निवासी दिव्या सक्सेना पुत्री चन्द्रकान्त सक्सेना को साईबर अभियुक्तों द्वारा फोन काॅल कर उनसे कई बार में 9 लाख रूपये की धनराशि भिन्न-भिन्न फर्जी खातों में जमा करा ली गई थी। इस सम्बंध में थाना सिरसागंज पर रिपोर्ट दर्ज की गई थी। मामले की जांच करते हुये साइबर क्राइम सेल प्रभारी विक्रान्त तौमर, एसओजी प्रभारी रवि त्यागी एवं थाना सिरसागंज प्रभारी शिव कुमार चैहान ने पुलिस टीमों के साथ वांछित अभियुक्तगणों को अमित पुत्र ओमप्रकाश निवासी गनौर जनपद सोनीपत हरियाणा, दीपू पुत्र जयवीर त्यागी निवासी सेक्टर-39 नोएडा जनपद गौतमबुद्ध नगर, रोशन पुत्र विजय सिंह निवासी सलारपुर जनपद गौतमबुद्ध नगर, शिवम पाठक पुत्र हरिनारायन पाठक निवासी ललितपुर, आलोक पुत्र सच्चिदानन्द झा निवासी भंगेर जनपद गौतमबुद्ध नगर, अमन पुत्र भगवान सिंह निवासी बिधूना जनपद औरैया व विवेक गिरी पुत्र ब्रज बिहारी गिरी निवासी छपरा बिहार को इलैक्ट्रॉनिक सर्विलांस की मदद से नगला राधे मोड़ हाइवे से गिरफ्तार किया है। जिनके कब्जे से 18 कीमती मोबाइल, दो लग्जरी कार, 7,30,000 रूपये की नकदी, डेबिट कार्ड, चुराये गये इन्श्योरेन्स पाॅलिसी, ठगे गये लोगों के हिसास-किताब व अन्य विवरण की डायरियां आदि सामान बरामद हुआ है। एसएसपी आषीष तिवारी ने बताया कि पूछताछ में गिरफ्तार अभियुक्तों ने दिव्या सक्सेना के साथ हुई साईबर ठगी की घटना को कारित करना स्वीकार किया है। गैंग लीडर अमित द्वारा बताया गया कि वह पूर्व में कई प्राइवेट कॉल सेन्टर में कार्य कर चुका है जहाँ से उसके द्वारा इन्श्योरेन्स पॉलिसी से सम्बन्धित डाटा को विभिन्न माध्यमों से चुराकर अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर एक फर्जी कॉल सेन्टर नोएडा सेक्टर-2 में खोला गया था। जिमसें फर्जी काॅलरों की भर्ती की जाती थी। जिनकों ठगी के पैसों का 10 प्रतिशत वेतन के रूप में देने का लालच देकर कार्य कराया जाता था। इसके साथ ही भिन्न-भिन्न फर्जी खाते सीएसपी केन्द्र से मिलीभगत कर 15 प्रतिशत व्याज की दर पर व्यवस्थित किये जाते थे। उन्होंने बताया कि अभियुक्तगणों के खातों की जानकारी की गयी तो भिन्न-2 खातों में करीब 4.5 करोड़ से ज्यादा के संदिग्ध लेनदेन का विवरण प्राप्त हुआ है। अमित से प्राप्त डायरी के डाटा को खंगाला गया तो मोहाली पंजाब के रहने वाले प्रवीन कुमार से 1 लाख 60 हजार की ठगी इस गैंग द्वारा होना तस्दीक किया गया। अभियुक्तगणो से भारत के विभिन्न राज्यों के पॉलिसी धारकों का चुराया हुआ डाटा प्राप्त हुआ है। जिसके सम्बन्ध में जाँच कर आवश्यक कार्यवाही की जा रही है।