मुख्यमंत्री ने जनपद अयोध्या में सरयू नदी के गुप्तार घाट पर महाराणा प्रताप की प्रतिमा का लोकार्पण किया
लखनऊ । उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने आज जनपद अयोध्या में सरयू नदी के गुप्तार घाट पर महाराणा प्रताप की प्रतिमा का लोकार्पण किया। उन्होंने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि यह कार्यक्रम प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी की ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ की परिकल्पना को साकार करने की श्रंखला का हिस्सा है। मुख्यमंत्री जी ने कहा कि महाराणा प्रताप ने भारत के शौर्य एवं पराक्रम का लोहा पूरी दुनिया के सामने मनवाया है। महाराणा प्रताप ने अपने जीवन में अभाव की चिंता किए बिना जंगलों में रहते हुए विपरीत परिस्थितियों में सैन्य संगठन खड़ा किया था। महाराणा प्रताप ने देश सेवा के जज़्बे से गुलामी की जंजीरों को तोड़ने और देश प्रेम के भाव को जाग्रत करने का कार्य किया। महाराणा प्रताप, छत्रपति शिवाजी महाराज और गुरु गोविन्द सिंह जी महाराज का नाम हर व्यक्ति श्रद्धा से लेता है। इन महापुरुषों ने देश सेवा के लिए अपना जीवन उत्सर्ग कर दिया। मुख्यमंत्री जी ने कहा कि अयोध्या का अपना महात्म्य है। प्रधानमंत्री जी के विजन के अनुरूप राज्य सरकार द्वारा अयोध्या को दुनिया की सबसे सुन्दरतम नगरी के रूप में स्थापित करने के कार्य कराए जा रहे हैं। प्रधानमंत्री जी के कर-कमलों और सभी के सहयोग से अयोध्या में भगवान श्रीराम के भव्य मंदिर के निर्माण का कार्य प्रारम्भ हो चुका है। अयोध्या में पर्यटन विकास की सभी सम्भावनाओं को विकसित करने के कार्य किए जा रहे हैं। आज अयोध्या सज-संवर रही है, दुनिया अयोध्या के दीपोत्सव कार्यक्रम को देख रही है। उत्तर प्रदेश वह सब कार्य करेगा, जो नये भारत की आवश्यकता है। अयोध्या के विकास के लिए राज्य सरकार पूर्ण रूप से तत्पर है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री जी ने एक पुस्तक का विमोचन भी किया। लोकार्पण कार्यक्रम के अवसर पर नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री श्री अरविन्द कुमार शर्मा, इलाहाबाद उच्च न्यायालय के न्यायाधीश न्यायमूर्ति श्री दिनेश कुमार सिंह, कारागार एवं होमगार्ड्स राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री धर्मवीर प्रजापति, महिला कल्याण, बाल विकास एवं पुष्टाहार राज्य मंत्री श्रीमती प्रतिभा शुक्ला, मुख्य सचिव श्री दुर्गा शंकर मिश्र, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री एवं सूचना श्री संजय प्रसाद सहित शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी तथा कार्यक्रम आयोजक समिति-अखिल भारतीय क्षत्रिय परिषद के पदाधिकारी एवं अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।