सात माह में दूसरी बार कुशीनगर आ रहे हैं पीएम नरेन्द्र मोदी

बुद्ध पूर्णिमा पर जब पूरी दुनिया में तथागत के शांति, अहिंसा, करुणा और मैत्री के संदेश गूंज रहे होंगे, तब प्रधानमंत्री मोदी बौद्धों के महा तीर्थस्थल कुशीनगर में बुद्ध वंदना करते हुए बुद्धं शरणं गच्छामि को जी रहे होंगे। अपने 35 मिनट के ठहराव के दौरान पीएम पूरी तरह से बौद्ध उपासक के रूप में रहेंगे, इस पर देश दुनिया की भी नजर रहेगी।
भगवान बुद्ध की जन्मस्थली लुंबिनी में रविवार को विशेष पूजा के बाद प्रधानमंत्री कुशीनगर लौटेंगे। यहां भगवान बुद्ध की महापरिनिर्वाण स्थली पर पीएम मोदी का भव्य स्वागत होगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जहां उनकी अगवानी करेंगे वहीं मोदी दुनिया को संदेश देंगे कि अलग-अलग देश और अलग-अलग परिवेश, लेकिन मानवता की आत्मा में बसे भगवान बुद्ध सबको जोड़ रहे हैं। भारत ने किस तरह भगवान बुद्ध की इस सीख को अपनी विकास यात्रा का हिस्सा बनाया है।
सात महीने में दूसरी बार कुशीनगर आ रहे पीएम मोदी की इस धार्मिक यात्रा के कूटनीतिक मायने भी गहरे हैं। पीएम मोदी की यह यात्रा भारत-नेपाल संबंधों में आई दूरी को कम तो करेगी ही नेपाल को चीन का हथियार बनने से भी रोकेगी। बुद्ध की जन्मस्थली से परिनिर्वाण स्थली को साधकर मोदी दुनिया के बौद्ध मतावलंबी देशों को भारत से और गहरे रूप से जोडऩे का कार्य करेंगे। इससे पर्यटन विकास को तो बल मिलेगा ही वैश्विक मंच पर भी यह देश भारत के साथ खड़े दिखेंगे।
सीएम योगी ने लिया तैयारियों का जायजा
पीएम के स्वागत में कहीं कोई कमी न रह जाए, इसको लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ स्वयं एयरपोर्ट से लेकर महापरिनिर्वाण मंदिर तक निरीक्षण कर चुके हैं। मंदिर के मुख्य प्रवेश द्वार से लेकर अंदर तक सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम हैं। डीजीपी के साथ मुख्य सचिव पीएम के स्वागत के लिए मौजूद रहेंगे।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के लुंबिनी आगमन को देखते हुए महराजगंज और सिद्धार्थनगर जिले से लगी भारत- नेपाल की सीमा पर सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट हैं। खुली सीमा से गुजरने वाले हर व्यक्ति को सघन जांच के बाद ही आने और जाने दिया जा रहा है। पीएम मोदी के नेपाल दौरे के दौरान किसी भी तरह की चूक न हो इसके लिए सुरक्षा एजेंसियों ने भारत नेपाल सीमा पर भी अलर्ट कर दिया है। संदिग्धों की जांच के लिए खुफिया विभाग से जुड़े अधिकारियों की भी मदद ली जा रही है। मुख्य सीमा के साथ ही पगडंडियों पर भी पुलिस, एसएसबी व नेपाली पुलिस संयुक्त रूप से गश्त कर रही है।
एसपीजी ने डाला डेरा
भारत नेपाल की सबसे संवेदनशील सोनौली सीमा पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम हैं। एसपीजी और सुरक्षा से जुड़ी अन्य एजेंसियां कार्यक्रम स्थल से लेकर सीमा तक डेरा डाल रखी हैं। खुफिया एजेंसियों के अधिकारी भी जगह-जगह तैनात हैं। बिना परिचय पत्र के प्रवेश नहीं दिया जा रहा है। न ही भारत से नेपाल जाने की अनुमति है। डाग सक्वायड टीम जांच कर रही है। एसएसबी के सहायक कमांडेंट एलएम डोभाल ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आगमन को लेकर सोनौली सीमा पर अलर्ट है। हर आने- जाने वाले लोगों की सघन जांच की जा रही है।