लंबी बिमारी के बाद यूपी के पूर्व मंत्री नवाब कौकब हमीद का निधन
उत्तर प्रदेश के पूर्व कैबिनेट मंत्री एवं राष्ट्रीय लोक दल के वरिष्ठ नेता नवाब कौकब हमीद का बुधवार (31 अक्टूबर) शाम निधन हो गया. वह 66 साल के थे. उत्तर प्रदेश सरकार में तीन बार मंत्री और पांच बार विधायक रह चुके नवाब हमीद पिछले करीब पांच साल से बीमार थे. रालोद के पश्चिमी उत्तर प्रदेश प्रभारी राजकुमार सांगवान के मुताबिक, हमीद दिल्ली के मैक्स अस्पताल में भर्ती थे. उन्हें बुधवार (31 अक्टूबर) शाम अस्पताल से अपने घर लाया गया था. जानकारी के मुताबिक, निधन से आधा घंटा पूर्व ही रालोद अध्यक्ष चौधरी अजित सिंह उनसे मिलकर गए थे.
हमीद वर्ष 1985 में बागपत सीट से कांग्रेस के टिकट पर पहली बार विधायक चुने गए थे. बागपत विधानसभा से अपनी सफल राजनैतिक पारी खेली और बागपत के विकास में अहम भूमिका निभाई. पहली बार विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के टिकट पर लगभग 52 हजार वोटों से जीतकर पहली बार विधायक बने. साल 1988 में नारायण दत्त तिवारी सरकार में वो ऊर्जा और खाद्य आपूर्ति राज्य मंत्री बने. लेकिन, साल 1989 का चुनाव जनता दल की लहर में हार गए. साल 1991 का चुनाव उन्होंने नहीं लड़ा. साल 1993 के चुनाव में कांग्रेस के टिकट पर वो फिर जीते और कांग्रेस विधानमंडल दल के उप नेता बने. 1996 में चौधरी अजित सिंह की किसान कामगार पार्टी के टिकट पर वह चुनाव जीते और विधानमंडल दल के नेता बने.
मायावती सरकार में उन्हें ग्रामीण अभियंत्रण एवं पर्यटन मंत्री बनाया गया. 2002 और 2007 का चुनाव भी वह आरएलडी के टिकट पर जीते. 2012 के चुनाव में वह बसपा प्रत्याशी से चुनाव हार गए. इसके बाद उन्होंने रालोद के मंच से किनारा कर लिया. लेकिन ये दूरियां ज्यादा दिनों तक नहीं रह सकी, करीब एक साल पूर्व बसौद गांव में हुई जनसभा में उन्होंने फिर रालोद का मंच साझा कर लिया.