बागी विधायकों से नाराज शिवसैनिक सड़क पर उतरे, तानाजी सावंत के कार्यालय में तोड़फोड़; कहा- ‘कोई नहीं बचेगा’
महाराष्ट्र में सियासी खींचातान जारी है। एक तरफ गुवाहाटी में बैठे एकनाथ शिंदे सरकार के खिलाफ बयानबाजी कर रहे हैं तो सीएम उद्धव ठाकरे ने भी बगावत करने वाले विधायकों के खिलाफ सख्त एक्शन की चेतावनी जारी कर दी है। शिवसेना ने आज राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक भी बुलाई है, तो दूसरी तरफ पार्टी के 16 विधायकों को अयोग्य ठहराने को लेकर आज नोटिस जारी हो सकते हैं। इसके खिलाफ एकनाथ शिंदे गुट ने भी महाराष्ट्र विधानसभा के डिप्टी स्पीकर नरहरि जिरवाल के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। ऐसे में सभी की नजरें आज होने वाले घटनाक्रम पर होंगी।
शिवसैनिकों की तोड़फोड़ के बीच पुणे में अलर्ट पर पुलिस
शिवसेना कार्यकर्ताओं की ओर से बागी विधायकों के आवास को निशाना बनाए जाने की घटना का पुणे पुलिस ने संज्ञान लिया है। तानाजी सावंत के कार्यालय में राजनीतिक संकट और तोड़फोड़ के बीच, पुणे पुलिस ने अलर्ट जारी किया और सभी पुलिस स्टेशनों को शहर में शिवसेना नेताओं से संबंधित कार्यालयों में सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कहा। पुणे पुलिस के पीआरओ ने इसकी जानकारी दी।
राकांपा का सवाल- गुवाहाटी में कौन कर रहा बागियों के बिल का भुगतान
शिवसेना विधायकों के एक बड़े धड़े की बगावत के कारण महाराष्ट्र में पैदा हुए सियासी संकट के बीच राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) ने पहली बार बागी विधायकों को लेकर तीखा बयान दिया है। पार्टी ने शनिवार को सवाल उठाए कि गुवाहाटी और सूरत में जिन होटलों में बागी विधायक रह रहे हैं, उन होटलों के बिल का भुगतान कौन कर रहा है। गौरतलब है कि शिवसेना के ये बागी विधायक पिछले कुछ दिनों से असम में डेरा डाले हुए हैं।