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माह अगस्त में दो चरणों में अभियान चलाकर संक्रामक रोगों से पशुधन की सुरक्षा हेतु टीकाकरण किया जाए

उत्तर प्रदेश के पशुधन एवं दुग्ध विकास कैबिनेट मंत्री श्री धर्मपाल सिंह ने पशुपालन विभाग के अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा है कि 01 से 12 अगस्त तथा 17 से 30 अगस्त, 2022 तक दो चरणों में अभियान चलाकर पशुओं का टीकाकरण कार्यक्रम संपादित किया जाये, ताकि वर्षा ऋतु में होने वाली संक्रामक बीमारियों से पशुधन सुरक्षित रहें। उन्होंने कहा कि अभियान के तहत गो-आश्रय स्थलों पर निराश्रित गोवंश के चारे-भूसे, पेयजल, प्रकाश व्यवस्था एवं चिकित्सा की पर्याप्त व्यवस्था का निरीक्षण करते हुए सभी आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाए। इसके साथ ही गो आश्रय स्थल पर जल भराव से बचाव का उपाय भी करें।
पशुधन मंत्री आज यहां विधानसभा में मुख्य भवन स्थित अपने कार्यालय कक्ष में संक्रामक रोगों एवं निराश्रित गोशालाओं की अद्यतन स्थिति की मण्डलवार समीक्षा बैठक कर रहे थे। उन्होंने कहा कि पशुधन की सुरक्षा की दृष्टि से उन्हें संक्रामक बीमारियों से जैसे गलाघोटू, खुरपका, मुंहपका एवं ब्रूसेल्लोसिस आदि से बचाना अत्यंत महत्वपूर्ण है, इसलिए टीकाकरण कार्यक्रम का कार्य प्राथमिकता के आधार पर ससमय पूरा किया जाए। कार्य में लापरवाही बरतने पर संबंधित के विरुद्ध आवश्यक कार्यवाही की जायेगी।
पशुधन मंत्री ने समीक्षा बैठक में प्रदेश में किसानों एवं पशुपालकों के हितों से संबंधित विविध विषयों पर विभागीय अधिकारियों से चर्चा की और पोल्ट्री व्यवसाय में लगे हुए छोटे-छोटे उद्यमियों एवं कुक्कुट पालकों के आर्थिक हितों के दृष्टिगत कुक्कुट का बीमा कराये जाने की सम्भावनाओं पर विचार किये जाने को कहा। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा पिछले पांच वर्षों में गौ-संरक्षण की दिशा में ऐतिहासिक कार्य हुए हैं। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि आगामी माह अक्टूबर में गौ-नस्ल सुधार विषयक एक कार्यशाला का आयोजन किये जाने की कार्ययोजना तैयार की जाए, जिसमें देशभर के गौवंश कार्यों से जुड़ी संस्थाएं, समाजसेवी, गो-पालक एवं संबंधित वैज्ञानिक प्रतिभाग करेंगे, जिससे गौवंश के संरक्षण एवं संवर्धन के कार्यों को नया आयाम मिलेगा।

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