इसके बाद लवलीना ने ट्वीट कर बताया इसकी शिकायत कि उनके कोच को बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेलों के लिए खेल गांव में एंट्री नहीं दी जा रही है, जबकि आठ दिन बाद राष्ट्रमंडल खेलों में उनका मुकाबला है। ऐसे में लवलीना की तैयारी बाधित हो रही है। लवलीना के इस ट्वीट ने मैनेजमेंट पर सवाल खड़े कर दिए।
इसके बाद भारतीय खेल मंत्रालय ने एक्शन लेते हुए इंडियन ओलंपिक एसोसिएशन (IOA) से बातचीत की है। खेल मंत्रालय ने आईओए को मामले में तत्काल हस्तक्षेप करने के लिए कहा है। सूत्रों के मुताबिक, खेल मंत्रालय ने आईओए से आग्रह किया है कि लवलीना की निजी कोच संध्या गुरुंग को मान्यता दी जाए, ताकि मुक्केबाज अपनी आवश्यकता के अनुसार प्रशिक्षण ले सके। मंत्रालय ने आईओए को कॉमनवेल्थ फेडरेशन से तत्काल बात करने के भी निर्देश दिए हैं केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर खुद लवलीना बोरगोहेन के मामले को देख रहे हैं। उन्होंने मंत्रालय के अधिकारियों को भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) के संपर्क में रहने और जल्द से जल्द इस मुद्दे को हल करने का निर्देश दिया है।वहीं, इस मामले में पर लवलीना की कोच संध्या गुरुंग की प्रतिक्रिया भी सामने आई है। संध्या ने कहा- हम उम्मीद करते हैं कि हमारे सभी मुक्केबाज पदक लाएंगे। खिलाड़ी हमेशा चाहते हैं कि उनके कोच उनके साथ रहें। मैं लवलीना को प्रशिक्षित नहीं कर पा रही हूं, क्योंकि मुझे खेल गांव में प्रवेश करने की अनुमति नहीं है। मुझे उम्मीद है कि आज यह समस्या हल हो जाएगी, वरना मैं उसे ट्रेनिंग नहीं दे पाऊंगी।वहीं, भारतीय महिला बॉक्सिंग टीम के कोच भास्कर भट्ट ने कहा है कि लवलीना की कोच अब टीम के साथ हैं और सभी समस्या का समाधान बॉक्सिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (BFI) और आईओए (IOA) ने कर लिया है। हमारे सभी मुक्केबाज आगामी राष्ट्रमंडल खेलों के लिए तैयार हैं। हमें उम्मीद है कि हमारे सभी खिलाड़ी देश के लिए पदक लाएंगे।