साहब बहाने मत बनाओ, बंदर पकड़वाओ; बरेली में बंदरों के आतंक से परेशान लोगों ने लगाई गुहार
बरेली के मीरगंज में लोगों पर हमला कर रहे बंदरों को पकड़ने को प्रधान व सचिव ने वन विभाग के रेंजर को प्रार्थना पत्र दिया। एसडीएम बंदरों को पकड़वाने को बीडीओ व अधिशासी अधिकारियों को निर्देश दे चुके हैं। इसके बाद भी बंदर पकड़ने की कार्रवाई नहीं हुई। ग्रामीण कह रहे हैं बहाने मत बनाओ बंदर कब भगाओगे साहब।
दुनका में सैकड़ों बंदर हैं। बंदरों से लोग खौफजदा है। बंदर पिता की गोद से छीन कर मासूम को छत से फेंक कर उसकी जान ले चुके हैं। रविवार को घर में लेटे वृद्ध छोटे लाल पर बंदरों ने हमला कर उनको घायल कर दिया था। सोमवार को वन विभाग की टीम गांव पहुंची। टीम ने घायल छोटे लाल के घर जाकर उनसे घटना की जानकारी लेकर टीम लौट गई।
सोमवर को प्रधान अफसर गांव के ग्राम पंचायत अधिकारी अमित कुमार के साथ वन विभाग के रेंजर से मिले। प्रधान ने रेंजर को गांव में आए दिन लोगों पर हमला करने वाले बंदरों को पकड़ने को रेंजर को प्रार्थनापत्र दिया। प्रधान ने डीएफओ से मिलकर बंदर पकड़वाने की मांग की। प्रधान ने बताया गांव से 300 से अधिक बंदर हैं। एसडीएम भी गत 20 जुलाई को अक्रामक बंदरों को पकड़ने की कार्रवाई करने को तहसील के सभी बीडीओ व नगर पंचायतों के अधिशासी अधिकारी को पत्र लिख चुके हैं।
विधायक डॉ. डीसी वर्मा ने गत दिनों वन विभाग के अधिकारियों से बात करके बंदरों को पकड़ने की कार्रवाई करने पर जोर दिया था। इस सबके बादजूद लोगों को घायल कर रहे दुनका के बंदरों को पकड़ने की कार्रवाई शुरू नहीं हुई। वन विभाग सिर्फ बंदर पकड़ने की परमीशन देने की कार्रवाई करने की बात कह रहा है। वन विभाग वाले कह रहे हैं हमारा विभाग केवल अनुमति देता है। ग्रामीण कह रहे हैं साहब बहाने मत बनाओ बंदर कब पकड़वाओगे यह बताओ।
दुनका के प्रधान अफसर ने बताया कि बंदर पकड़ने को मैं सचिव के साथ आज रेंजर से मिला। रेंजर को बंदर पकड़ने को प्रार्थना पत्र दिया है। डीएफओ से भी बात हुई है। मंगलवार को बीडीओ से मिलेंगे। बंदर पकड़ने की परमीशन मिलने पर चार पांच दिन लग जायेंगे। कैसे पकड़े जायेंगे यह बीडीओ से मिलने के बाद ही बता पाएंगे।
मीरगंज के रेंजर संतोष कुमार ने बताया कि दुनका के प्रधान ने बंदर पकड़ने को आवेदन किया है। हमने जांच कर बंदर पकड़ने को आख्या आज की डीएफओ को भेज दी है। ग्राम पंचायत को बंदर पकड़ने की परमीशन शीघ्र ही दे दी जायेगी। वन विभाग की टीम सोमवार को दुनका भेजी थी।
दुनका के ग्राम पंचायत अधिकारी अमित कुमार ने बताया कि बंदर पकड़वाने को प्रधान के साथ डीएफओ को सोमवार को लिखित प्रार्थना पत्र दिया है। डीएफओ ने किसी एजेंसी से पकड़वाने की बात कही। जिसका भुगतान ग्राम पंचायत को करना था। ग्राम पंचायत में बंदर पकड़वाने की कोई मद नहीं है। उच्च अधिकारियों से मार्गदर्शन लिया जाएगा।
मीरगंज के एसडीएम वेदप्रकाश मिश्रा ने बताया कि तहसील प्रशासन ने 20 जुलाई को सभी बीडीओ व नगर पंचायत के अधिशासी अधिकारियों को पत्र भेज कर बंदरों को पकड़ने को निर्देशित कर दिया है। नगर पंचायत क्षेत्र में बोर्ड की बैठक में प्रस्ताव पास करके बंदर पकड़ने की कार्रवाई की जाती है। ग्रामीण क्षेत्र ग्राम पंचायत कार्रवाई करेगी।