उत्तर प्रदेश

उ0प्र0 मदरसा शिक्षा परिषद की बोर्ड परीक्षा वर्ष 2022 के परीक्षाफल घोषित

उत्तर प्रदेश के पशुधन दुग्ध विकास एवं अल्पसंख्यक कल्याण विभाग के कैबिनेट मंत्री श्री धर्मपाल सिंह द्वारा आज यहां इंदिरा भवन स्थित अल्पसंख्यक कल्याण निदेशालय के सभागार में उ0प्र0 मदरसा शिक्षा परिषद, लखनऊ द्वारा संचालित सेकेण्डरी, सीनियर सेकेण्डरी, कामिल एवं फाजिल परीक्षा वर्ष-2022 का परीक्षाफल घोषित किया गया। उन्होंने बताया कि बोर्ड परीक्षा वर्ष 2022 में कुल 114247 परीक्षार्थियों के परीक्षाफल में 45147 छात्र एवं 48009 छात्रायें, कुल 93156 परीक्षार्थी उत्तीर्ण हुये हैं तथा सफलता का प्रतिशत 81.54 रहा। परीक्षा में 162672 विद्यार्थी पंजीकृत थे, जिसमें 114247 विद्यार्थियों ने परीक्षा दी तथा 21091 परीक्षार्थी अनुत्तीर्ण हुए।
इस अवसर पर अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री ने वर्ष 2022 मंे बोर्ड परीक्षा में उत्तीर्ण हुए सभी छात्र-छात्राओं को बधाई देते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की और कहा कि सभी विद्यार्थी अपनी आगे की पढ़ाई निरन्तर जारी रखते हुए उच्च शिक्षा ग्रहण करें एवं बेहतर परिणाम हासिल करते हुए अपने परिवार, माता-पिता, शिक्षकों, प्रदेश एवं देश का नाम रोशन करें। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की मूल नीति ’’सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास के साथ सबका प्रयास’’ है। मा0 प्रधानमंत्री जी एवं मा0 मुख्यमंत्री जी की मंशा ’’एक हाथ में कुरान और दूसरे हाथ में कम्प्यूटर’’ से अल्पसंख्यकों में एक नये मनोबल, चेतना और विश्वास का संचार हुआ है। अल्पसंख्यक समुदाय के छात्र/छात्राओं के सशक्तिकरण की आधार नीति को यथार्थ धरातल पर लाने का कार्य हमारी सरकार निरन्तर कर रही है। समाज के विकास के लिए शिक्षा सबसे बुनियादी चीज है, हम पूरी तरह से मदरसों की शिक्षा की बेहतर के लिए संजीदा हैं और लगातार जरूरी कदम उठा रहे हैं।
श्री धर्मपाल सिंह ने कहा कि मदरसों में अध्ययनरत छात्र/छात्राओं की सुविधा एवं उनको आधुनिक तकनीक के माध्यम से शिक्षित करने के उद्देश्य से उ0प्र0 मदरसा शिक्षा परिषद का मोबाइल ई-लर्निंग ऐप (डम्स्।) लांच किया गया है तथा केन्द्र तथा राज्य सरकार का यह भी लक्ष्य है कि मदरसों में पारम्परिक शिक्षा के साथ-साथ आधुनिक शिक्षा भी पूरे वैज्ञानिक तरीके से दी जाय, जिससे मदरसों के छात्र मुख्य धारा में शामिल हो सके। मदरसा शिक्षा को नई तकनीक व पाठ्यक्रमों से जोड़ने का निरन्तर प्रयास किया जा रहा है। आधुनिक विषयों की शिक्षा को बढ़ावा दिया जा रहा है। मदरसा पोर्टल बनाकर मदरसों की व्यवस्थाओं में पारदर्शिता लाई गई है तथा परीक्षा की समस्त कार्यवाही ऑनलाइन संचालित करायी जा रही है।
इस अवसर पर अल्पसंख्यक कल्याण राज्य मंत्री श्री दानिश आजाद अंसारी ने कहा कि मदरसे में पढ़ने वाले छात्रांे को मजहबी तालीम के साथ विज्ञान, तकनीक और आधुनिक विषयों की भी अच्छी जानकारी हो, जिससे वे समाज की मुख्यधारा में शामिल हो सके। राज्य सरकार मदरसों के आधुनिकीकरण और मदरसों में पढ़ने वाले छात्रों को श्रेष्ठ शिक्षा एवं संसाधन मुहैया कराने के लिए प्रतिबद्ध है।

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