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लुधियाना की कंपनी पर 1500 करोड़ से अधिक की बैंक धोखाधड़ी का आरोप 

केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने मोहाली के अतिरिक्त एवं जिला सत्र न्यायाधीश की अदालत में लुधियाना स्थित एक निजी कंपनी और इसके तीन निदेशकों, वैधानिक लेखा परीक्षक समेत अन्य के खिलाफ चार्जशीट दायर की है। पंजाब में 1,530.99 करोड़ रुपये की बैंक धोखाधड़ी से जुड़े एक मामले की जांच चल रही है। आरोप पत्र एसईएल टेक्सटाइल्स लिमिटेड के नीरज सलूजा (निदेशक), धीरज सलूजा (निदेशक), नवनीत गुप्ता (निदेशक), पार्टनर राम दास खन्ना, दास खन्ना एंड कंपनी (एसईएल टेक्सटाइल्स लिमिटेड के वैधानिक लेखा परीक्षक) और रिदम टेक्सटाइल्स एंड अपैरल्स पार्क लिमिटेड और सिल्वरलाइन कॉर्पोरेशन लिमिटेड के खिलाफ दाखिल किया है। सीबीआई ने अगस्त 2020 में लुधियाना की फर्म और उसके निदेशकों समेत अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया था।  आरोप है कि कंपनी और उसके निदेशकों समेत अन्य अभियुक्तों ने सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के नेतृत्व वाले 10 बैंकों के संघ को धोखा दिया और लगभग 1530.99 करोड़ रुपये की बैंक धोखाधड़ी की गई।  आरोपियों ने संबंधित बैंकों से भारी धनराशि के रूप में कर्ज लेकर अन्य लोगों को हस्तांतरित कर दिया। साथ ही गलत तरीके से मशीनों की प्राप्ति दर्शाई और बढ़े इनवाइस बनाए।  वहीं, स्टॉक और तैयार वस्तुओं के विरुद्ध सीसी लिमिट बनाते समय आरोपियों ने बैंक की जमानत राशि को बैंक में जमा न करवाकर इसमें गबन किया। संबंधित कंपनी की मलोट, नवांशहर (पंजाब), नीमराना (राजस्थान) और हांसी (हरियाणा) में इकाइयां स्थित हैं, जहां कच्चा धागा, कपड़े आदि का निर्माण किया जाता है। सीबीआई ने 2020 में भी आरोपियों के परिसरों में तलाशी लेकर दस्तावेज बरामद किए थे। वहीं, इनके खिलाफ लुकआउट सर्कुलर जारी किया गया था। 

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