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मुख्यमंत्री ने खिलाड़ियों द्वारा प्रस्तुत किये गये ताइक्वांडो का अवलोकन किया
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने आज जनपद सिद्धार्थनगर में सांसद खेल महाकुम्भ के समापन कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि जनपद सिद्धार्थनगर आकांक्षात्मक जनपद से एक विकसित जनपद बनने की ओर अग्रसर है। उन्होंने कहा कि जब हम सामूहिक रूप से प्रयास करते हैं तो उसके परिणाम भी उसी अनुपात में प्राप्त होते हैं। जनपद सिद्धार्थनगर अपने आपको वैश्विक मंच पर स्थापित करने का कार्य कर रहा है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि विगत 02-03 वर्षांे के अन्दर सांसद खेलकूद प्रतियोगिता उत्साह और उमंग के साथ आगे बढ़ी है। यह अत्यन्त सराहनीय पहल है। जनपद सिद्धार्थनगर में 21, 22 तथा 23 जनवरी को ब्लाॅक स्तर पर तथा 24 जनवरी से 01 फरवरी तक जनपद स्तर पर अलग-अलग खेलों की प्रतियोगिताएं आयोजित की गयीं। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के विजन को ध्यान में रखकर प्रदेश के प्रत्येक गांव में एक खेल का मैदान बनाने की प्रक्रिया चल रही है। उन्होंने कहा कि जनपद सिद्धार्थनगर जैसे आकांक्षात्मक जनपद में यहां के छात्र-छात्राओं की प्रतिभा उनके सर्वांगीण विकास के लिए खेलकूद के उत्तम कार्यक्रम को सांसद खेल महाकुम्भ के माध्यम से ब्लाॅक और जनपद स्तर पर पूरी भव्यता के साथ आयोजित किया गया है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि स्वस्थ शरीर में स्वस्थ मस्तिष्क निवास करता है। जब व्यक्ति का मस्तिष्क स्वस्थ होता है, तब वह व्यक्ति बुद्धिमत्तापूर्ण और विवेकपूर्ण निर्णय लेकर अपने कार्याें को सम्पन्न करता है। एक योग्य छात्र और एक योग्य नागरिक बनता है। प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन में वर्ष 2014 में खेलो इण्डिया कार्यक्रम को आगे बढ़ाने का निर्णय लिया गया। गांवों में ओपेन जिम का निर्माण हो रहा है। बच्चों को दौड़ने के लिए गांव के ही मैदान में ट्रैक का निर्माण करने तथा परस्पर सौहार्द का माहौल बनाने के उद्देश्य से अमृत सरोवर के चारों ओर गांव के लोगों को माॅर्निंग वाॅक तथा गोष्ठियों के संचालन का अवसर प्रदान करने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा प्रत्येक जनपद में एक खेल स्टेडियम तथा ब्लाॅक स्तर पर एक मिनी स्टेडियम बनाने का प्रयास किया जा रहा है। यह सभी कार्यक्रम युद्धस्तर पर किये जा रहे हैं। खिलाड़ियों के दैनिक भत्ते को बढ़ाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि टोक्यो ओलम्पिक के दौरान देश के खिलाड़ियों ने अब तक के सर्वाधिक मेडल जीते। राज्य सरकार ने ओलम्पिक के दौरान खिलाड़ियों को अच्छी सुविधा उपलब्ध कराने का कार्य किया था। प्रदेश के जिन खिलाड़ियों ने टोक्यो ओलम्पिक में प्रतिभाग किया था उन्हें 10-10 लाख रुपये की प्रोत्साहन राशि प्रदेश सरकार द्वारा प्रदान करने की व्यवस्था की गयी। राज्य सरकार एकल स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीतने वाले खिलाड़ी को 06 करोड़ रुपये, रजत पदक जीतने वाले को 04 करोड़ रुपये तथा कांस्य पदक जीतने वाले को 02 करोड़ रुपये की धनराशि प्रदान करती है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि ओलम्पिक टीम स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीतने वाले को 03 करोड़ रुपये, रजत पदक जीतने वाले को 02 करोड़ रुपये तथा कांस्य पदक जीतने वाले को 01 करोड़ रुपये की धनराशि प्रदान करने का प्राविधान है। एशियन गेम्स में स्वर्ण पदक जीतने वाले को 03 करोड़ रुपये, रजत पदक जीतने वाले को 1.5 करोड़ रुपये तथा कांस्य पदक जीतने वाले को 75 लाख रुपये तथा काॅमनवेल्थ व विश्वकप की विभिन्न प्रतियोगिताओं में स्वर्ण पदक जीतने वाले को 1.5 करोड़ रुपये, रजत पदक जीतने वाले को 75 लाख रुपये तथा कांस्य पदक जीतने वाले को 50 लाख रुपये की राशि उपलब्ध कराने की व्यवस्था की गयी है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश में मेजर ध्यान चन्द के नाम पर जनपद मेरठ में स्पोट्र्स यूनिवर्सिटी का निर्माण हो रहा है। प्रदेश सरकार ने एक जनपद एक उत्पाद योजना के माध्यम से मेरठ में स्पोट्र्स सामान को प्रोमोट किया है। देश और दुनिया की प्रत्येक खेल की सामग्री का निर्माण मेरठ में हो रहा है।
इसके पूर्व, मुख्यमंत्री जी ने जनपद सिद्धार्थनगर में सांसद खेल महाकुम्भ के समापन कार्यक्रम के दौरान खिलाड़ियों द्वारा प्रस्तुत किये गये ताइक्वांडो का अवलोकन किया।