मुख्यमंत्री ने जनपद गोण्डा के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का हवाई निरीक्षण किया
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने आज जनपद गोण्डा की तहसील कर्नलगंज के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का हवाई निरीक्षण किया। निरीक्षण के उपरान्त उन्होंने बाढ़ प्रभावित परिवारों को राहत सामग्री वितरित की।
मुख्यमंत्री जी ने बाढ़ प्रभावित परिवारों को आश्वस्त करते हुये कहा कि डबल इंजन की सरकार बाढ़ प्रभावित परिवारों के साथ खड़ी है। आपदा के समय में पीड़ित परिवारों को हर सम्भव मदद की जाएगी। राज्य सरकार जनप्रतिनिधियों के नेतृत्व में प्रशासनिक अधिकारियों, राजस्व विभाग की टीम, शैक्षिक संस्थानों और स्वयंसेवी संस्थाओं व संगठनों के साथ मिलकर बाढ़ प्रभावित परिवारों को राहत पहुंचा रही है।
बाढ़ प्रभावित परिवारों को राहत किट में दैनिक उपयोग की सामग्री को शामिल किया गया है। इसमें 10 किलोग्राम आटा, 10 किलोग्राम चावल, 10 किलोग्राम आलू, 02 किलोग्राम अरहर दाल, 01 किलोग्राम नमक, हल्दी, मिर्च, धनिया व सब्जी मसाले, 01 लीटर रिफाइण्ड तेल, 05 किलोग्राम लाई, 02 किलोग्राम भुना चना, 01 किलोग्राम गुड़, 10 पैकेट बिस्किट, माचिस-मोमबत्तियां, साबुन, तिरपाल आदि शामिल है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि सूखा या अतिवृष्टि के कारण जिन अन्नदाता किसानों की फसलों को नुकसान पहुंचा है, उसका जिला प्रशासन द्वारा सर्वे कराया जा रहा है। सर्वे के बाद प्रभावित किसानों को उचित मुआवजा प्रदान किया जाएगा। गत वर्ष अक्टूबर माह में सरयू नदी में बाढ़ आयी थी। इस वर्ष जनपद के 30 गांव बाढ़ से प्रभावित हुए, जिनमें से कई गांव जल-जमाव से मुक्त हो चुके हैं। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में दवाओं व नौकाओं की व्यवस्था की गई है।
प्रभारी मंत्री व जनप्रतिनिधिगण द्वारा बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया जा रहा है। अगले डेढ़ महीने तक सबको सतर्क रहना होगा, जिससे कि हम लोग बाढ़ से होने वाली जनहानि को कम कर सकेंगे। उन्होंने सभी प्रभावित परिवारों को आश्वस्त करते हुए कहा कि यदि किसी परिवार का पूरा मकान बाढ़ या अन्य किसी आपदा के कारण क्षतिग्रस्त हो गया है, तो ‘प्रधानमंत्री आवास योजना’ या ‘मुख्यमंत्री आवास योजना’ के तहत नया मकान दिया जाएगा। यदि मकान आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हुआ है, तो उसे अनुमन्य मुआवजा दिया जाएगा।
मुख्यमंत्री जी ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों में प्रभावितों को राहत किट का नियमित वितरण सुनिश्चित करें। प्रभावित क्षेत्रों का भ्रमण करते हुए स्थिति का जायजा लें तथा राहत व बचाव कार्य संचालित करायें। जिन इलाकों में बाढ़ का पानी कम होने लगा है, वहां पर साफ-सफाई का अभियान तेजी से चलाया जाए, ताकि संक्रामक रोग/बीमारियां न उत्पन्न होने पाएं। उन्होेंने शुद्ध पेयजल की भी समुचित व्यवस्था किये जाने के निर्देश दिए।
इस अवसर पर जनप्रतिनिधिगण तथा शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।