मुख्यमंत्री ने जनपद बरेली में विकसित की जा रही रामायण वाटिका में हनुमान जी की मूर्ति का अनावरण किया
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने आज जनपद बरेली भ्रमण के दौरान बरेली विकास प्राधिकरण की रामगंगा नगर योजना में विकसित की जा रही रामायण वाटिका में हनुमान जी की मूर्ति का अनावरण किया। उन्होंने रामायण वाटिका का निरीक्षण भी किया। मुख्यमंत्री जी ने इस अवसर पर बरेली विकास प्राधिकरण की ग्रेटर बरेली आवासीय योजना का शिलान्यास किया तथा 05 भू-स्वामियों को चेक भी वितरित किए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आवासीय टाउनशिप के साथ-साथ विभिन्न औद्योगिक क्लस्टर, मेडिसिटी व नॉलेज पार्क भी विकसित किए जाएं, जिससे लघु उद्यमियों व सेवा क्षेत्र से जुड़े व्यक्तियों को रोजगार प्राप्त हो। उन्होंने निर्देश दिए कि निर्माण एवं विकास कार्यों को पूरी गुणवत्ता व निर्धारित समय-सीमा में पूर्ण किया जाए। नयी आवासीय योजनाओं के विकास में टाउनशिप में सीवेज, ड्रेनेज व ठोस अपशिष्टों के प्रबन्धन में देशी पद्धतियों का उपयोग किया जाए। एस0टी0पी0 चलाने के खर्चे बहुत अधिक होते हैं। इसलिए यदि देशी मॉडल अपनाए जाएंगे, तो खर्चों में कमी होगी। यह भी प्रयास किया जाए कि तरल व ठोस अपशिष्टों का शोधन तथा रीसाइक्लिंग इस प्रकार की जाए कि कोई भी अपशिष्ट टाउनशिप से बाहर न जाए।
मुख्यमंत्री जी को बरेली विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष द्वारा रामायण वाटिका के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए बताया गया कि भगवान श्रीराम वन गमन के समय जिन-जिन स्थानों से होकर गए व जिन-जिन स्थानों पर उनके द्वारा विश्राम किया गया, उन स्थलों पर जो वृक्ष मौजूद थे, उन वृक्षों का रोपण इस वाटिका में किया जाएगा। भगवान श्रीराम के जीवन से जुड़े उन प्रसंगों का विस्तृत विवरण व उन प्रसंगों से जुड़ी मूर्तियाँ यहाँ स्थापित की जाएंगी।
रामायण वाटिका में चित्रकूट वाटिका, दण्डकारण्य वाटिका, पंचवटी वाटिका, माता शबरी आश्रम, किष्किन्धा वाटिका, अशोक वाटिका, पम्पा सरोवर आदि की संकल्पना को विकसित किया जा रहा है। पम्पा सरोवर में भगवान श्रीराम की 52 फीट ऊँची प्रतिमा भी स्थापित की जाएगी। इसके अतिरिक्त, वाटिका की दीवारों पर भगवान श्रीराम के जीवन से जुड़े प्रसंगों को पत्थरों पर उकेरा जाएगा। वाटिका में दशावतार स्तम्भ का निर्माण भी कराया जाना है, जिसमें भगवान विष्णु के समस्त अवतारों को प्रदर्शित किया जाएगा। इस संकल्पना का मुख्य उद्देश्य यह है कि प्राचीन दुर्लभ वृक्षों/वनस्पतियों का संरक्षण व लोगों को स्वच्छ वातावरण उपलब्ध कराने के साथ-साथ हमारी वर्तमान और भावी पीढ़ी को मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम के जीवन व भारतीय संस्कृति के विभिन्न आयामों से परिचित कराया जा सके।
मुख्यमंत्री जी को अवगत कराया गया कि लगभग 600 एकड़ क्षेत्रफल में मुख्यमंत्री शहरी विस्तारीकरण/नये शहर प्रोत्साहन योजना के अन्तर्गत ग्रेटर बरेली आवासीय योजना का विकास किया जा रहा है। इस योजना में किसानों को प्रतिकर के रूप में 1,377 करोड़ रुपये की धनराशि वितरित की जाएगी। विकास कार्यों सहित परियोजना की कुल लागत 2,200 करोड़ रुपये होगी। योजना के अन्तर्गत किसानों को 635 करोड़ रुपये से अधिक की धनराशि अब तक प्रतिकर के रूप में वितरित की जा चुकी है।
योजना के अन्तर्गत विश्वस्तरीय शैक्षणिक, स्वास्थ्य सुविधाओं के विकास हेतु मेडिसिटी व नॉलेज पार्क विकसित किया जाएगा। योजना में सॉफ्टवेयर कम्पनियों को आकर्षित करने के लिए साइबर सिटी के विकास का प्रस्ताव है। इसके अतिरिक्त, योजना के समस्त जोनल मार्गों को 45 मीटर चौड़ा प्रस्तावित किया गया है। योजना में 40 प्रतिशत भूमि सड़क, पार्क, स्टेडियम, कम्युनिटी सेण्टर व अन्य सार्वजनिक उपयोगों के लिए आरक्षित की गयी है। योजना में समस्त बिजली, टेलीफोन आदि की लाइनें भूमिगत ही रहेंगी।
इस अवसर पर वित्त मंत्री श्री सुरेश कुमार खन्ना, पशुधन एवं दुग्ध विकास मंत्री श्री धर्मपाल सिंह, वन एवं पर्यावरण राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री अरुण कुमार सक्सेना सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण तथा शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।