राजनीति के कुशल योद्धा मनोहर राजनीतिक विरोधियों पर लगातार कर रहे फतेह
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बेहद कुशल एवं परिपक्व राजनीतिज्ञ मुख्यमंत्री मनोहर लाल ठीक चुनावों से पहले हर मोर्चे पर ऐसी किले बंदी करते नजर आ रहे हैं जिसके परिणाम बेहद लाभदायक साबित अवश्य होंगे। किस तरह से हर कदम पर बेहद बुद्धिमत्ता से अपनी गोटिया फिट कर रहे हैं यह बेहद लाजवाब है। किस तरह से अपने वफादारों को ताकत दिलवानी हैं, किस तरह से विरोधियों को धराशाही करना है, किस तरह से प्रदेश की जनता को अपना मुरीद बनाना है, देश के बड़े-बड़े नेताओं को मुख्यमंत्री मनोहर लाल से सीखने की जरूरत है। लगातार मुख्यमंत्री की यह उपलब्धियां वास्तव में उन्हें राजनीति का एक मार्शल योद्धा साबित करती है। इसी कड़ी में सोमवार को एक बेहद चौंकाने वाली मुलाकात हुई। मुख्यमंत्री की मुलाकात उनके धुर विरोधी माने जाने वाले शख्स के साथ थी। वह युवा चेहरा जो प्रदेश में एक बड़ी पकड़ रखता है। बेहद मुखर अंदाज वाले इस व्यक्ति के शब्द बेहद नुकीले रहते रहे हैं। हर मोर्चे पर मुख्यमंत्री मनोहर लाल के खिलाफ कट्टर भाषा शैली का प्रयोग करने के लिए विख्यात वह व्यक्तित्व है नवीन जय हिंद।
हुड्डा के गृहजिला रोहतक की धरती पर मुख्यमंत्री व जयहिंद की मुलाकात ने राजनीतिक हलचल पैदा की
इस मुलाकात ने राजनीतिक गलियारों में हलचल पैदा कर दी है। मुलाकात भूपेंद्र सिंह हुड्डा के गृह जिला रोहतक की धरती पर हुई। नवीन जयहिंद समय समय पर सरकार के खिलाफ बड़ी मोर्चाबंदी करते नजर आते रहे हैं और कई बड़े प्रदर्शन-हंगामें कर सरकार के सामने मुश्किलें पैदा करते हुए अपनी ताकत का एहसास भी करवाते रहे हैं। युवाओं की एक बड़ी टीम इनके साथ है। लेकिन सोमवार की इस मीटिंग ने सबको चौंका दिया। हालांकि नवीन जयहिंद ने इस मीटिंग का एजेंडा मात्र कुछ समस्याएं जनहित से जुड़ी बताई। लेकिन इस तरह से हुई मुलाकात के कुछ गहरे मायने होंगे, इसकी आशंका बनी हुई है। नवीन जयहिंद ने बताया कि कुछ भर्तियों, किसानों की समस्याओं, गौड संस्था से जुड़े कुछ मामले, फैमिली आईडी संबंधित और गउओं को सड़क पर ना घूमना पड़े इन बातों को लेकर पिछले एक डेढ़ महीने से मुख्यमंत्री से समय मांग रहा था, आज समय दिया गया तो उनसे मुलाकात हुई है और मुख्यमंत्री ने इस मामले पर गंभीरता से गौर करने की बात कही है।
मुख्यमंत्री ने खिचड़ी खाने का दिया न्योता, वह बुलाएंगे तो अवश्य खिचड़ी खाऊंगा : जयहिंद
आज की यह मुलाकात प्रदेश की राजनीति का रुख बदलने वाला साबित हो सकती है। अगर नवीन जयहिंद ने भाजपा का झंडा थाम लिया तो एक बड़ी आबादी भाजपा के बैनर तले खड़ी दिखेगी। क्योंकि समय-समय पर नवीन जयहिंद के प्रदर्शनों और गिरफ्तारियों में एक बड़ी संख्या लोगों की रही है। वह एक संघर्षील युवा नेता है और भाजपा को यह ताकत मिलने से एक बड़े बदलाव की ओर प्रदेश की राजनीति चली जाएगी। नवीन जय हिंद आम आदमी पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष जैसी बड़ी जिम्मेदारी निभा चुके हैं और दबंग व्यक्तित्व के नेता है। इसलिए युवा उन्हें काफी पसंद करते हैं। ब्राह्मण समुदाय में इनके एक विशेष पकड़ है। अगर वह भाजपा में शामिल हुए तो जिसका बड़ा लाभ सीधा-सीधा भाजपा को मिलेगा। हालांकि उन्होंने बातचीत के दौरान बताया कि मुख्यमंत्री के सामने कुछ डिमांड लेकर गया था तो उन्होंने चाय के लिए न्योता दिया, लेकिन मैंने कहा चाय ठीक नहीं है तो मुख्यमंत्री ने खिचड़ी खाने का न्योता दिया है, अगर वह बुलाएंगे तो अवश्य खिचड़ी खाऊंगा। साथ ही जय हिंद ने कहा कि मेरी मांगे पूरी होती हैं तो मुख्यमंत्री मनोहर लाल के नाम का भंडारा भी करूंगा। हालांकि उन्होंने कहा कि खिचड़ी खाने का न्योता मिला है, खिचड़ी पकाने का नहीं। उन्होंने कहा कि नवीन जय हिंद बदलने वाला नहीं जो करेंगे सरेआम करेंगे।
क्या मुख्यमंत्री की जादू की जफ्फी से जयहिंद हो जाएंगे भाजपा के सिपाही?
बता दें कि आज की यह बैठक अगर वास्तव में राजनीतिक थी तो भाजपा को एक बड़ा लाभ होना तय है और यह मुख्यमंत्री की कूटनीतिक जीत होगी। बंद कमरे में हुई बैठक में अगर मुख्यमंत्री की जादू की जफ्फी और लाड प्यार का अगर सच में जय हिंद पर असर हो गया तो यह प्रदेश के राजनीतिक माहौल को एक तरफा करने वाला साबित होगा। मुख्यमंत्री के पब्लिसिटी एडवाइजर तरुण भंडारी द्वारा कुछ समय पहले ही बहुत से बड़े-बड़े नेताओं के भाजपा में शामिल होने के संकेत दिए गए थे यानि विरोधी दलों के बड़े नेताओं की एक लंबी लिस्ट तैयार है, जो जल्द एक-एक कर भाजपा के मंच पर भाजपा के पक्ष में गरजते हुए नजर आएंगे। जिस तरह से विरोधी पार्टियों के बड़े नेताओं को मुख्यमंत्री भाजपा में शामिल करवाने की नीति पर काम कर रहे हैं, इससे यह तो तय है आगामी चुनाव परिणाम विरोधियों के लिए बेहद बुरे साबित होंगे और भाजपा ओर ताकतवर होकर उभरेगी। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश में मजबूत हो रहे संगठन और जनता के हितों में लगातार खड़ी नजर आ रही सरकार को देख राजनीतिक गणित भाजपा के पक्ष में नजर आने लगे हैं। 6 महीने पहले भाजपा के विरोध में बोलने वाले लोग भी भाजपा की जीत का दावा करते नजर आने लगे हैं। मुख्यमंत्री मनोहर लाल एक जन समर्पित राजा तथा कुशल सेनापति की भूमिका निभाते नजर आ रहे हैं। आज प्रदेश की स्थितियां पूरी तरह से बदल चुकी हैं। जनता मुख्यमंत्री की कायल नजर आ रही है।