मुख्यमंत्री चतुर्थ ग्राउण्ड बे्रकिंग सेरेमनी के तहत ‘डेस्टिनेशन उ0प्र0 इमर्जिंग हब आॅफ ए0आई0’ विषयक ए0आई0 काॅन्क्लेव में सम्मिलित हुए
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि सरकार का विजन है कि लखनऊ एयरपोर्ट के पास ए0आई0 का एक महत्वपूर्ण सेंटर स्थापित हो। प्रदेश की राजधानी ए0आई0 का हब बन सके। प्रदेश सरकार ने गौतमबुद्ध विश्वविद्यालय, ग्रेटर नोएडा को आर्टीफिशियल इन्टेलिजेन्स का केन्द्र बनाने का प्रयास प्रारम्भ किया है। आज उत्तर प्रदेश डाटा सेंटर का हब बनने जा रहा है। 03 डाटा सेंटर वर्तमान में स्थापित हो चुके हैं या स्थापित होने की अंतिम प्रक्रिया के साथ जुड़ रहे हैं और 08 नए डाटा सेंटर प्रदेश में बन रहे हैं।
मुख्यमंत्री जी आज यहां चतुर्थ ग्राउण्ड बे्रकिंग सेरेमनी के दूसरे दिन ‘डेस्टिनेशन उत्तर प्रदेश इमर्जिंग हब आॅफ ए0आई0’ विषयक ए0आई0 काॅन्क्लेव में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। इस अवसर पर प्रदेश सरकार की तरफ से अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त और माइक्रोसाॅफ्ट, एच0सी0एल0 साॅफ्टवेयर व वाधवानी ए0आई0 के प्रतिनिधियों ने परस्पर एम0ओ0यू0 का आदान-प्रदान किया।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व एवं मार्गदर्शन में नए भारत के नए उत्तर प्रदेश की एक तस्वीर आप सभी के सामने है। भारत प्रत्येक क्षेत्र में बुलंदियों की नई ऊंचाई को छू रहा है। उन स्थितियों में देश की आबादी का सबसे बड़ा राज्य उत्तर प्रदेश अपने आपको पीछे नहीं रख सकता। प्रदेश सरकार ने उत्तर प्रदेश को चतुर्थ औद्योगिक क्रांति की ओर समय से पूर्व ले जाने के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर के अलावा विभिन्न सेक्टर से सम्बन्धित पॉलिसीज को समयबद्ध तरीके से आगे बढ़ाया है, ताकि उत्तर प्रदेश भारत के विकास के ग्रोथ इंजन की अपनी भूमिका का निर्वहन कर सके। इसकी एक लघु झलक कल आप सभी को यहां पर चतुर्थ ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी के आयोजन में देखने को मिली होगी।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा आयोजित पहली ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी में निवेश के कुल प्रस्ताव मात्र 61 हजार करोड़ रुपये के आये थे, जिन्हें हम लोग धरातल पर उतारने में सफल हो पाए थे। चतुर्थ ग्राउण्ड ब्रेकिंग सेरेमनी में 10 लाख 24 हजार करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं को धरातल पर उतारने के बड़े आयोजन को आगे बढ़ाया गया। यह 35 लाख युवाओं को नौकरी व रोजगार से जोड़ने का अभियान है। अधिक से अधिक नौकरी और रोजगार के लिए शासकीय क्षेत्र के साथ-साथ निजी क्षेत्र में भी सम्भावनाओं को आगे बढ़ाया गया है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि उत्तर प्रदेश की अनन्त सम्भावनाओं को आगे बढ़ाने के लिए राज्य सरकार प्रतिबद्ध है। प्रदेश के प्रतिभाशाली युवा देश के विकास में अपना योगदान दे सकें, इसके लिए उन्हें रोजगार से जोड़ने की जो सम्भावनाएं हमारे पास हैं, उनमें आर्टीफिशियल इंटेलिजेंस एक महत्वपूर्ण क्षेत्र है। इसको लेकर प्रदेश सरकार ने वर्ष 2022 में आई0टी0 एण्ड आई0टी0ई0एस0 की अपनी पॉलिसी भी लागू की थी।
प्रधानमंत्री जी ने कल यहां पर लखनऊ स्थित इलेक्ट्रिक व्हीकल्स के निर्माण की यूनिट का शिलान्यास किया और आज इस यूनिट ने अपनी स्थापना का कार्य प्रारम्भ कर दिया है। उत्तर प्रदेश के पास स्केल पहले से था। प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन में इस स्केल को स्किल में बदलने के लिए हमारे इन्स्टीट्यूशन्स ने अच्छा रोल निभाया है। इस स्किल को स्पीड भी चाहिए। स्पीड के लिए हमें डिजीटाइजेशन को अपनाना होगा। इसमें आर्टीफिशियल इन्टेलिजेन्स बहुत मदद कर सकता है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आर्टीफिशियल इन्टेलिजेन्स एग्रीकल्चर, मेडिकल, एजुकेशन जैसे अनेक क्षेत्रों में उपयोगी है। आर्टीफिशियल इन्टेलिजेन्स को बढ़ावा देने के लिए हमें अनेक सेन्टर स्थापित करने होंगे। लखनऊ को आर्टीफिशियल इन्टेलिजेन्स का प्रमुख केन्द्र बनाना होगा। हमारे विश्वविद्यालय भी आर्टीफिशियल इन्टेलिजेन्स के केन्द्र बन सकें, इसके लिए आई0आई0एम0 लखनऊ, ए0के0टी0यू0 लखनऊ के युवा भी इस कार्यक्रम में भागीदार बन रहे हैं। इसी प्रकार राज्य सरकार अलग-अलग केन्द्रों को अभी से तैयार करके भविष्य की सम्भावनाओं को विकसित कर रही है, ताकि हमारे नौजवानों के लिए नौकरी व रोजगार उनके जनपद व राज्य में उपलब्ध हो सके।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि तकनीक का उपयोग करके बड़े से बड़ा कार्य किया जा सकता है। प्रदेश सरकार ने प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन में विगत 07 वर्षाें में तकनीक के माध्यम से सुशासन के लक्ष्य को प्राप्त करने में सफलता प्राप्त की है। वर्ष 2016-17 तक उत्तर प्रदेश में अव्यवस्था थी। आज उत्तर प्रदेश में पब्लिक डिस्ट्रीब्यूशन सिस्टम देश का सबसे बेहतरीन मॉडल है। प्वाइंट आॅफ सेल मशीन के माध्यम से हम एक जगह से स्क्रीन में प्रदेश की सभी 80 हजार फेयर प्राइस शॉप की मॉनिटरिंग कर सकते हैं और देख सकते हैं कि हर लाभार्थी को उसके अनुसार खाद्यान्न प्राप्त हो रहा है या नहीं। तकनीक के माध्यम से विकास एवं कल्याणकारी योजनाओं का लाभ पात्र व्यक्तियों को प्राप्त हो रहा है। डी0बी0टी0 इसका बेहतरीन उदाहरण है।
प्रदेश सरकार ‘स्वामी विवेकानन्द युवा सशक्तिकरण योजना’ के माध्यम से युवाओं को डिजिटल रूप से सक्षम बना रही है। इस योजना के अन्तर्गत 02 करोड़ युवाओं को टैबलेट और स्मार्टफोन वितरित करने का लक्ष्य है। राज्य सरकार अब तक 20 लाख से अधिक युवाओं को टैबलेट और स्मार्टफोन प्रदान कर चुकी है। इसी प्रकार तकनीक का उपयोग करके एक जनपद एक उत्पाद योजना, पी0एम0 विश्वकर्मा योजना, विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना की गे्रडिंग बढ़ा सकते हैं। इस दिशा में हम लोग बेहतर कार्य कर रहे हैं। आज उत्तर प्रदेश देश में सबसे बड़े मोबाइल मैन्यूफैक्चरिंग केन्द्र के रूप में उभरा है।
उत्तर प्रदेश में जहां पर कभी इस प्रकार की संभावना नहीं थी, आज वह उत्तर प्रदेश के अंदर सम्भव हो पा रहा है। यहां पर माइक्रोसॉफ्ट, एच0सी0एल0 सहित अलग-अलग फील्ड के प्लेयर्स ने भी प्रदेश की सम्भावनाओं को देखा होगा। उन सम्भावनाओं को ध्यान में रखते हुए आज एक नए अभियान को लेकर के आगे बढ़ रहे हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि निवेशकगण राज्य के पोटेंशियल को समझें और प्रदेश की पाॅलिसीज़ का समयबद्ध तरीके से लाभ उठाते हुए प्रदेश में निवेश करें। निवेश करने वालों को निवेश का सुरक्षित माहौल तथा शासन की सुविधाओं से आच्छादित करने का आश्वासन देते हुए उन्होंने कहा कि प्रदेश में होने वाला एक-एक निवेश पूरी तरह सुरक्षित होगा और सरकार द्वारा अपनी प्रतिबद्धताओं को समयबद्ध ढंग से आगे बढ़ाया जाएगा।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि 25 करोड़ आबादी की आशा और आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए हमें भी सर्वांगीण विकास की इस दौड़ में आगे बढ़ना होगा। डबल इंजन सरकार ने इस दृष्टि से हर उस फील्ड को विगत 07 वर्षाें में छूने का प्रयास किया है, जो उत्तर प्रदेश को देश में सबसे अग्रणी राज्य के रूप में स्थापित कर सके। प्रदेश सुरक्षा व कानून व्यवस्था में बेहतरीन राज्य के रूप में स्थापित हुआ है। महिला सुरक्षा, कृषि सहित विभिन्न क्षेत्रों में समयबद्ध तरीके से कार्यक्रमों को आगे बढ़ाया गया है।
इससे पूर्व, मुख्यमंत्री जी ने ‘डेस्टिनेशन उत्तर प्रदेश इमर्जिंग हब आॅफ ए0आई0’, ‘डेस्टिनेशन उत्तर प्रदेश इमर्जिंग फाॅरेन इन्वेस्टमेण्ट हब इन इण्डिया’ नामक पुस्तिकाओं का विमोचन किया।
कार्यक्रम को विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री श्री योगेन्द्र उपाध्याय ने भी सम्बोधित किया।