मुरादाबाद : बीस दिन से गंदा पानी पीने को मजबूर लोग, 15 हजार की आबादी प्रभावित
मुरादाबाद के वार्ड-60 के नया खुशहालनगर, गीतापुरम, शिवाला मंदिर कॉलोनी में 15 हजार से अधिक लोग रहते हैं। यहां पर घरों में 20 दिन से गंदे पानी की सप्लाई हो रही है। जिस वजह से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। लोग इसकी शिकायत नगर निगम और क्षेत्रीय पार्षद से कर चुके हैं, लेकिन इस समस्या का समाधान अभी तक नहीं हुआ।
लोगों ने बताया कि लाल बिल्डिंग में पानी की टंकी लगी हुई है। यहां से घरों में पानी की आपूर्ति होती है। पंप में समस्या होने के कारण दूषित पानी नलों में आ रहा है। लोग नलों में आने वाले दूषित पानी को छानकर प्रयोग कर रहे हैं। लोगों ने बताया कि नलों में पानी के साथ बालू के कण अधिक आ रहे हैं। जिस वजह से नलों में कपड़ा बांधना पड़ रहा है।
स्थानीय निवासी कावेरी छाबड़ा, हरजीत कौर, मनमीत कौर, सुषमा छाबड़ा, सोनिया छाबड़ा ने बताया कि टंकी के पानी से वाशिंग मशीर, मोटर और वाटर प्यूरिफायर मशीन खराब हो जा रही हैं। आए दिन मशीन खराब होने पर दो से छह हजार रुपये तक नुकसान उठाना पड़ रहा है। संबंधित विभाग में शिकायत करने के बाद भी इसका समाधान नहीं हो पा रहा है।
पानी पीकर बच्चे हो रहे बीमार
सुषमा छाबड़ा, सोनिया छाबड़ा, प्रभा अग्रवाल ने बताया कि पानी इतना गंदा आ रहा है कि बच्चे पीते ही बीमार हो जा रहे हैं। खुशहालनगर, गीतापुरम, शिवाला मंदिर कॉलोनी में 25 से 30 बच्चे पानी पीने से बीमार भी हो चुके हैं। कुछ महिलाओं ने कहा कि गंदा पानी आने के कारण लोग दो से तीन दिन तक नहाते भी नहीं हैं। कपड़े धोने में भी समस्या हो रही है। बावजूद इसके संबंधित अधिकारियों द्वारा इस पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है।
लोग बोले, खरीदकर पीना पड़ रहा पानी
इंदु कुमारी, प्रभा देवी, अनिल शर्मा, प्रमोद कुमार ने बताया कि घरों में आ रहे गंदे पानी का निस्तारण नहीं हो रहा है। मजबूरी में हम लोगों को महंगी कीमत पर बोतलबंद पानी खरीदकर पीना पड़ रहा है। गंदे पानी की शिकायत करने पर कहा जाता है कि 10 दिन में निस्तारण हो जाएगा, लेकिन अभी तक कोई निस्तारण नहीं हुआ।
एक सप्ताह में बोरिंग ठीक होने की है संभावना
नगर निगम के सहायक अभियंता बीआर अशोक ने बताया कि कोठीवाल नगर में बोरिंग फेल हो गई है। इसके लिए दूसरी बोरिंग की जा चुकी है। उसमें बाकी के काम किए जा रहे हैं। एक सप्ताह के अंदर इसे चालू कर दिया जाएगा।