केंद्रीय मंत्री श्री पीयूष गोयल ने वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की
केंद्रीय मंत्री श्री पीयूष गोयल ने आज नई दिल्ली में वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय का कार्यभार आधिकारिक रूप से दूसरे कार्यकाल के लिए संभाल लिया। कार्यभार संभालते ही श्री गोयल ने वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के दोनों विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की।
बैठक में वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के राज्य मंत्री श्री जितिन प्रसाद भी शामिल हुए। बैठक के दौरान वाणिज्य सचिव और डीपीआईआईटी सचिव ने मंत्रालय के मौजूदा प्रस्तावों और कार्य-वस्तुओं के बारे में संक्षिप्त जानकारी दी।
श्री गोयल ने निरंतर सहयोग के महत्व पर जोर दिया और निर्देश दिया कि आने वाले दिनों में बैठकों की एक श्रृंखला आयोजित की जानी चाहिए, ताकि विभिन्न नीतियों और कार्य-वस्तुओं के विवरण पर गहन चर्चा की जा सके, जिन्हें अंतिम रूप दिया जाना है।
अपनी कृतज्ञता और उत्साह व्यक्त करते हुए श्री पीयूष गोयल ने कहा, “मैं प्रधानमंत्री मोदी के तीसरे कार्यकाल का हिस्सा बनकर प्रसन्न हूं और मुझे चुनने के लिए मुंबई उत्तर के लोगों का आभारी हूं। कार्यभार संभालते हुए मैं भारत और ग्राउंड जीरो के बारे में बहुत से नए दृष्टिकोण लेकर आपके सामने आया हूं।”
श्री पीयूष गोयल ने कहा कि विभागों के बीच बेहतर समन्वय और आत्मनिरीक्षण की आवश्यकता है। श्री पीयूष गोयल ने अनुसंधान एवं विकास (आरएंडडी) के महत्व और शासन के सार्वजनिक निजी भागीदारी (पीपीपी) मॉडल को मजबूत करने पर जोर दिया। उन्होंने अधिकारियों से ईमानदारी, गति, कौशल और पैमाने पर ध्यान केंद्रित करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि स्थानीय मूल्य-वर्धन और निर्यात (स्केल) समिति और उत्पादन से जुड़ी प्रोत्साहन (पीएलआई) योजनाओं को निर्यात और घरेलू उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए उनकी पूरी क्षमता का उपयोग किया जाना चाहिए। अपने पिछले कार्यकाल की उपलब्धियों पर प्रकाश डालते हुए, श्री गोयल ने भारत से कुल निर्यात में वृद्धि, विभिन्न मुक्त व्यापार समझौतों (एफटीए) पर हस्ताक्षर, देश में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) का महत्वपूर्ण प्रवाह आदि का हवाला दिया। आर्थिक विकास को बढ़ावा देने और अंतर्राष्ट्रीय व्यापार को बढ़ावा देने के लिए नई प्रतिबद्धता के साथ, मंत्री ने वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय को नई ऊंचाइयों की ओर ले जाने की उम्मीद जताई, यह सुनिश्चित करते हुए कि भारत की प्रगति स्थिर और समावेशी बनी रहे। श्री गोयल ने मंत्रालय के अधिकारियों को भारत की प्रगति सुनिश्चित करने के लिए गुणवत्ता को मंत्र बनाने के लिए प्रोत्साहित किया। श्री गोयल ने कहा कि निर्यात और आयात में पारदर्शिता और आंकड़ों का समय पर आदान-प्रदान निवेशकों को अधिक आत्मविश्वास के साथ निवेश करने के लिए प्रोत्साहित करेगा। उन्होंने कहा कि भारत एक अच्छी स्थिति में है और यह हमारी चुनौतियों को अवसरों में बदलने का सही समय है।