प्रदेश में लगातार बारिश से बिजली की मांग में गिरावट
प्रदेश में लगातार बारिश के चलते बिजली की मांग में भी भारी गिरावट दर्ज की गई है। यूपीसीएल को इससे बाजार से बिजली खरीद में भी राहत मिली है। प्रदेशभर में लगातार बारिश के बीच यूपीसीएल को बड़ी राहत मिली है। तीन दिन में बिजली की मांग 5.4 करोड़ यूनिट से गिरकर सीधे 4.8 करोड़ यूनिट तक आ गई है।
इसके सापेक्ष बिजली की उपलब्धता की बात करें तो 4.4 करोड़ यूनिट बिजली केंद्रीय पूल व राज्य से मिल रही है। बृहस्पतिवार से यूपीसीएल को केंद्र के गैर आवंटित कोटे से 100 मेगावाट अतिरिक्त बिजली भी मिलनी शुरू हो गई। लिहाजा, यूपीसीएल को फिलहाल भारी मांग से राहत मिल गई है।
यूपीसीएल प्रबंधन के मुताबिक, बिजली की उपलब्धता के सापेक्ष महज 30 से 40 लाख यूनिट बिजली ही बाजार से खरीदनी पड़ रही है। जिसकी आपूर्ति आसानी से की जा रही है। यूपीसीएल का दावा है कि फिलहाल कहीं भी विद्युत कटौती नहीं की जा रही है।
बरसात में यूजेवीएनएल के सभी पावर हाउस से उत्पादन
बरसात में नदियों में बाढ़ का असर अभी यूजेवीएनएल के हाइड्रो प्रोजेक्ट पर ज्यादा नजर नहीं आ रहा है। निगम के प्रबंध निदेशक डॉ. संदीप सिंघल ने बताया कि कुछेक जगहों पर दिन में सिल्ट आने से कुछ देर सफाई के लिए पावर हाउस बंद किया गया लेकिन फिर आपूर्ति सुचारू हो गई। उन्होंने बताया कि अभी सभी पावर हाउस लगातार चल रहे हैं। ये भी बताया कि करीब दो करोड़ यूनिट प्रतिदिन का उत्पादन किया जा रहा है।
बिजली लाइनों की अर्थिंग चेक करने के निर्देश
बरसात के बीच यूपीसीएल प्रबंध निदेशक अनिल कुमार ने करंट से हादसे रोकने को सभी 33 केवी, 11 केवी और एलटी लाइनों की पेट्रोलिंग, चेकिंग, अर्थिंग के निरीक्षण के आदेश दिए हैं। उन्होंने कहा कि जहां अभी तक झूलते तारों, तिरछे व गले हुए खंभों का उपचार नहीं किया गया है, वह तत्काल पूरा किया जाए।