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संयुक्त राज्य अमेरिका को विश्वास है कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और डेमोक्रेटिक पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ कोरिया (डीपीआरके) के नेता किम जोंग-उन के बीच सिंगापुर शिखर सम्मेलन में किए गए वादे पूरे किए जाएंगे। अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता ने गुरुवार को यह बयान कोरिया के द्वारा एक नए सामरिक हथियार का परीक्षण करने के बाद दिया।
प्रवक्ता ने कहा, ‘हमें अब भी इस बात पर यकीन है कि डोनाल्ड ट्रंप और किम जोंग के बीच हुए समझौते का उत्तर कोरिया के द्वारा पालन किया जाएगा।’ उत्तर कोरिया की स्थानीय मीडिया ने शुक्रवार को बताया कि किम की निगरानी में नए ‘हाई-टेक’ हथियार का परीक्षण किया गया है। हालांकि उत्तर कोरिया द्वारा परीक्षण किए गए हथियार के बारे में ज्यादा जानकारी अभी तक सामने नहीं आई है। वैसे, बता दें कि उत्तर कोरिया अब तक कई बैलिस्टिक मिसाइल बना चुका है, जो परमाणु हथियार ले जाने में भी सक्षम हैं।
गौरतलब है कि सिंगापुर में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग उन के बीच हुए ऐतिहासिक शिखर सम्मेलन हुआ था। के बाद आई है। इस सम्मेलन में दोनों नेताओं ने संयुक्त वक्तव्य पर हस्ताक्षर किए थे, जिसमें किम ने कोरियाई प्रायद्वीप के पूर्ण निरस्त्रीकरण की दिशा में काम करने के लिए अपनी प्रतिबद्धता दिखाई थी। सिंगापुर में दोनों नेताओं के बीच हुई मुलाकात के बाद अमेरिका और उत्तर कोरिया के बीच एक दोस्ताना संबंधों की उम्मीद जगी थी। अगर उत्तर कोरिया परमाणु निरस्त्रीकरण की तरफ बढ़ जाता है तो पूरे इलाके में अमेरिका के लिए यह बड़ी जीत होती। यह ट्रंप की विदेश नीति की जीत होती।