मालदीव में भारत को बड़ी कामयाबी
मालदीव में नई सरकार बनते ही भारत के लिए संभावनाओं के द्वार खुल गए हैं. पहले मालदीव के राष्ट्रपति ने अपने शपथ ग्रहण समारोह में सिर्फ भारत का जिक्र किया. उसके बाद अब मालदीव के रक्षामंत्री ने साफ कर दिया है कि वह भारत द्वारा गिफ्ट किए गए हेलीकॉप्टर को वापस नहीं भेजेंगे. इससे पहले चीन परस्त पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल्ला यमीन ने भारत के हैलिकॉप्टर को वापस भेजने का निर्णय कर लिया था. माना जा रहा है कि ये निर्णय उन्होंने चीन के प्रभाव में लिया था. भारत ने अपने दो हेलिकॉप्टर मालदीव को गिफ्ट किए थे. लेकिन अब नई सरकार के अस्तित्व में आते ही भारत के रिश्ते पहले की ही तरह पटरी पर आ गए हैं.
हम भारत के उन दो हैलिकॉप्टर को वापस नहीं भेज रहे हैं, जो हमें गिफ्ट में दिए गए हैं. उन्होंने कहा, ये हमारा कल्चर नहीं है कि हम प्रेम से दिए गए उपहार को वापस दे दें.
मालदीव के रक्षामंत्री की किसी भी भारतीय मीडिया से यह पहली बातचीत है. मारिया का कहना है कि हमारे लिए कई ऑपरेशन में ये हैलिकॉप्टर काफी मददगार साबित होते हैं.