संवादी का शुभारंभ दैनिक जागरण के निदेशक सुनील गुप्ता, फ़िल्म निर्देशक मुजफ्फरअली और सोनल मान सिंह ने दीप प्रज्ज्वलन कर किया
हमारे लिए समाज हित के मुद्दे महत्वपूर्ण है न कि सनसनी फैलाना। इसीलिए संवादी में विषय और वक्ताओं की गंभीरता का खास ध्यान रखा गया है। देश में हर वर्ष सैकड़ों साहित्यिक कार्यक्रम होते हैं। फिर भी संवादी खास है तो सिर्फ अपने कंटेट, अपनी प्रस्तुति, अपनों के स्नेह और दर्शकों के प्यार के कारण। यह बातें संवादी कार्यक्रम की शुरूआत करते हुए दैनिक जागरण परिवार के निदेशक सुनील गुप्ता ने कहीं। इससे पूर्व कार्यक्रम का शुभारंभ दैनिक जागरण के निदेशक सुनील गुप्ता, फ़िल्म निर्देशक मुजफ्फरअली और सोनल मान सिंह ने दीप प्रज्ज्वलन कर किया।
जागरण परिवार के निदेशक ने कहा, पिछले पांच साल में आप लोगों का जो स्नेह संवादी को मिला उसी स्नेह के बल पर हम यहां तक पहुंचे हैं। और उसी के भरोसे आगे भी चलेंगे। आज से तीन दिन तक आप विभिन्न क्षेत्रों के बड़े नामों को अपने बीच पाएंगे। वे अपनी बात कहेंगे, जिसके बाद आप उनसे अपने सवाल भी कर सकते हैं।
दैनिक जागरण के एसोसिएट एडीटर अनन्त विजय ने कहा, संवादी का देश के साहित्यक उत्सवों में अलग स्थान है। ये केवल साहित्यिक उत्सव नहीं बल्कि संवाद का मंच है, जो कि पांच साल से आपके बीच है। हम ने किताबों में बेस्ट सेलर का जाला साफ किया है। उन्होंने बताया कि भाषा को लेकर ज़िम्मेदारी समझते हुए जागरण की ओर से हिंदी हैं हम अभियान शुरू किया गया। इसके जरिये हम हिंदी का प्रसार कर रहे हैं। हिंदी में शोध करने वालों को शोध वृति के माध्यम आर्थिक मदद कर रहे हैं। इसी के तहत संवादी का आयोजन किया जाता है। हम जागरण समरसता और बिहार संवादी का आयोजन भी कर रहे हैं।