दिव्यंगों का वार्षिकोत्सव
एक ओर जहाँ लखनऊ महोत्सव में लोगों का लगातार आना जाना लगा हुआ है।वहीं दूसरी ओर एक ऐसा कार्यक्रम इसी लखनऊ में जिसे देखकर लोग उसे ही ख़ास समझने लगते हैं।उसका कारण यह होता है कि यह कार्यक्रम ऐसे बच्चों के लिए मनाया गया जो कि दिव्यांग हैं।
वास्तव में भले ही आज के दौर में अपराध बढ़ गए है,लोगों के अंदर से इंसानियत खोती चली जा रही है लेकिन अब भी कुछ ऐसे लोग हैं जिनको मिशाल देना मजबूरी भी हो जाती है।क्योंकि एक ओर जहाँ लोग दिव्यंगो को देखकर अपना रास्ता बदलने लगते हैं वहीं कोई व्यक्ति ऐसा आता है जो उन बच्चों को ख़ुश करने के लिए ही अपनी हर चीज़ें अर्पण करने को तैयार होता है,उसी का उदाहरण है दिव्यंगों का वार्षिकोत्सव।
यह कार्यक्रम समाज के अनेक लोगों को प्रभावित करने का कार्य किया है,लगातार लोग इस कार्यक्रम के बारे में चर्चा करने से अपने आप को रोक नहीं पा रहे हैं।इस कार्यक्रम के दौरान पवन उपाध्याय,गिरीश तिवारी,हेमन्त उपाध्याय तथा और भी अनेकों महान हस्तियाँ कार्यक्रम को देखकर भावविभोर हो गयीं।