बेहतर परिणाम देने वाले शिक्षकों को मिलेगा नकद इनाम, जानिए
सरकारी स्कूलों में शिक्षा की दशा और दिशा सुधारने के लिए शिक्षा विभाग ठोस कदम उठा रहा है। इसी के तहत अब बेहतर परिणाम देने वाले शिक्षकों को प्रोत्साहित करने के लिए विभाग नकद पुरस्कार देगा। खास बात यह कि विभाग हर माह ऐसे शिक्षकों को सम्मानित करेगा। पुरस्कार के लिए जनपद, मंडल व राज्य स्तर पर शिक्षकों का चयन किया जाएगा। विद्यालयी शिक्षा महानिदेशक ने मासिक उत्कृष्ट शिक्षक चयन प्रक्रिया को समयबद्ध रूप से पूरा करने के निर्देश दिए हैं।
विद्यालयी शिक्षा महानिदेशक च्योति यादव ने बताया कि इसके योजना को लागू करने के लिए भारत सरकार से अनुमोदन प्राप्त हो चुका है। इसके लिए निदेशालय अकादमिक शोध एवं प्रशिक्षण उत्तराखंड में मासिक उत्कृष्ट शिक्षक चयन के लिए प्रक्रिया और मानक भी तैयार किए जा चुके हैं। जिन्हें लागू करते हुए जनपदीय, मंडलीय व राज्य स्तर पर शिक्षकों का चयन किया जाएगा। जिनमें प्राथमिक, उच्च प्राथमिक, माध्यमिक व उच्च माध्यमिक विद्यालयों के शिक्षकों को मानकों के आधार पर चयनित कर पुरस्कृत किया जाएगा।
भारी पड़ेगी प्रतिकूल प्रविष्टि
हर माह पुरस्कार प्रदान करने के लिए बनाए गए नियमों पर गौर करें तो ऐसे शिक्षक जिन पर प्रतिकूल प्रविष्टि या फिर अनुशासनात्मक कार्रवाई पूर्व में की गई है। वे पुरस्कार प्राप्त करने के लिए मान्य नहीं होंगे। इसके अलावा अध्यापक पर कोई न्यायालय वाद भी नहीं होना चाहिए।
कई पैमाने पर शिक्षकों की परख
उत्कृष्ट शिक्षक चयन के मानकों में बेहतर परिणाम देने वाले शिक्षक ही चयनित हो सकेंगे। मानकों के अनुसार शिक्षक का बीते दो माह में मासिक परीक्षा में छात्र संप्राप्ति स्तर 75 प्रतिशत से कम नहीं होना चाहिए। इतना ही नहीं उसमें निरंतर प्रगति हो रही है या नहीं यह भी देखा जाएगा। यदि परिणाम कम है तो ऐसी स्थिति में न्यूनतम प्राप्ति वाले छात्रों पर उपचारात्मक शिक्षण के लिए कार्य योजना बनाए जाने के साथ ही उसका क्रियान्वयन होना चाहिए। साथ ही माह में प्रतिभा दिवस के क्रियान्वयन में सभी की सहभागिता। विद्यालय में किए गए नवाचारी क्रियाकलाप। छात्र नामांकन के लिए किए गए प्रयास व वृद्धि को शिक्षक चयन सूची में शामिल किया जाएगा।
प्रदान किए जाएंगे अंक
विद्यालयी शिक्षा महानिदेशक च्योति यादव ने बताया कि निर्धारित मानकों में तमाम बिंदुओं का मूल्यांकन करने के लिए अंक भी निर्धारित किए गए हैं। जैसे अकादमिक कार्य के लिए 30 अंक निर्धारित हैं व अन्य कार्य के लिए अधिकतम 20 अंक निर्धारित किए गए हैं। जनपद, मंडल व राज्य स्तर के चयन के लिए चयनित शिक्षकों के कार्यों का भौतिक सत्यापन उनके विद्यालय में संबंधित अधिकारियों द्वारा किए जाना भी अनिवार्य है। जिसके बाद समिति प्राप्त प्रस्तावों से चारों स्तरों के लिए एक-एक उत्कृष्ट शिक्षक का चयन करेगी। महानिदेशक के अनुमोदन के बाद चयनित शिक्षकों की फोटो एवं कार्य विवरण भी वेब पोर्टल पर प्रदर्शित की जाएगी।
चारों श्रेणियों के शिक्षकों के चयन के लिए समय सारणी भी तय की गई है। जनपद स्तर पर प्रत्येक माह की 10 तारीख तक मंडलीय चयन समिति के अध्यक्ष को प्रस्ताव भेजा जाएगा। मंडल स्तर पर चयन के लिए हर माह की 20 तारीख तक अकादमी शोध एवं प्रशिक्षण उत्तराखंड के निदेशक को प्रस्ताव भेजा जाएगा। वहीं, राज्य स्तर के चयन के लिए हर माह की 25 तारीख तक विद्यालय शिक्षा के माध्यम महानिदेशक को प्रस्ताव भेजा जाएगा। जिसके बाद एजुकेशन पोर्टल प्रभारी शिक्षा विभाग आगामी माह की पहली तारीख को एजुकेशन पोर्टल पर शिक्षकों के विवरण को अंकित करने का काम करेंगे। उत्कृष्ट अध्यापक पुरस्कार के लिए चयनित अध्यापक को पुरस्कार के रुप में 15 हजार रुपये नकद या फिर स्मार्टफोन, टैब या ई बुक आदि प्रदान किया जाएगा।
यह हैं चार श्रेणियां
-प्राथमिक स्तर पर कक्षा एक से पांच तक शिक्षण कार्य करने वाले शिक्षक।
-उच्च प्राथमिक स्तर यानी कक्षा छह से आठवीं तक शिक्षण करने वाले शिक्षक।
– माध्यमिक स्तर पर कक्षा नौवीं व 10वीं में शिक्षण करने वाले शिक्षक।
– उच्च माध्यमिक स्तर पर कक्षा 11वीं व 12वीं में शिक्षण करने वाले शिक्षक।