पटना के ज्ञान भवन में आयोजित भाईचारा भोज में एनडीए के सभी दल के नेता शिरकत करने पहुंचे लेकिन भोज में रालोसपा अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा नहीं गए। इसे लेकर कई तरह के कयास लगाए जा रहे थे और अब आज उन्होंने सुशील मोदी की इफ्तार पार्टी में भी जाने से इंकार कर दिया जिसे लेकर राजनीतिक गलियारों में एनडीए में खटपट के कयास तेज हो गए हैं।
उपेंद्र कुशवाहा आज सुबह पटना पहुंचे और बिना रूके अपने संसदीय क्षेत्र करगहर के लिए रवाना हो गए। कल के भोज में नहीं शामिल होने को लेकर उन्होंने कहा कि भोज में तो अमित शाह भी नहीं आए तो उनपर कोई सवाल क्यों नहीं उठा रहा? उन्होंने कहा कि कोई नाराजगी नहीं है, एनडीए एक है और हमारे बीच कोई विवाद नहीं है।
लेकिन, गुरुवार को रालोसपा नेता नागमणि ने कहा था कि बिहार में विधानसभा का चुनाव एनडीए की ओर से हमारे नेता उपेंद्र कुशवाहा के चेहरे पर ही लड़ा जाएगा, क्योंकि बिहार में हमारा भी जनाधार है तो इस आधार पर हमारी पार्टी भी मजबूत है। उन्होंने ये भी कहा था कि इसके लिए केंद्रीय नेतृत्व से बात की जाएगी। हालांकि कल के भाईचारा भोज में भले ही उपेंद्र कुशवाहा खुद नहीं गए लेकिन रालोसपा के दो नेता एनडीए की भोज में शिरकत करने पहुंचे थे। भोज में उपेंद्र के नहीं जाने से कोई डिप्लोमेसी नहीं नजर आई थी।