अठावले: नक्सलवादी सोच वाले आंबेडकरवादी नहीं
केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री रामदास अठावले ने कहा कि जो लोग नक्सलवादी राह पर हैं वे आंबेडकरवादी नहीं हो सकते। उन्होंने संकेत दिए कि उनकी पार्टी लोकसभा चुनाव में उप्र में भी सक्रिय होगी और अनुसूचित जाति के वोटों को भाजपा के पक्ष में करने की कोशिश करेगी। वह शुक्रवार को सर्किट हाउस में पत्रकारों से वार्ता कर रहे थे।
जनवरी में महाराष्ट्र के भीमा-कोरेगांव में मराठा व अनुसूचित वर्ग के बीच जातीय ¨हसा और इसके राजनीति पर असर के बारे में पूछे जाने पर केंद्रीय मंत्री ने कहा, कुछ लोग अनुसूचित जाति की राजनीति को भटका रहे हैं। बाबा साहब का अनुयायी नक्सलवादी सोच का नहीं हो सकता। उन्होंने बताया कि इस घटना के जांच दल ने एक पत्र हासिल किया है, जिसमें आशंका जताई गई है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नक्सलियों के निशाने पर हैं लेकिन पीएम ऐसे धमकियों से डरने वाले नहीं। उन्होंने उप्र में सपा-बसपा के साथ को बेमेल गठबंधन करार दिया। बताया कि पहले हाथी चुनाव चिह्न उनकी पार्टी आरपीआइ का था, जिसे बसपा ने हथिया लिया। आरपीआइ बसपा से पहले से अनुसूचित वर्ग के सम्मान की लड़ाई लड़ रही है। कहा, वह यूपी में मायावती के खिलाफ अनुसूचित वर्ग को लामबंद करने का काम करेंगे। आरक्षण के मुद्दे पर बोले, मौजूदा स्वरूप से भाजपा सरकार छेड़छाड़ करने नहीं जा रही है। प्रमोशन में आरक्षण पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि उनकी पार्टी गरीब सवर्णो को भी 25 फीसद आरक्षण देने की मांग कर रही है। दिव्यांगों की बंद पड़ी बीमा योजना को फिर से शुरू करने का वादा भी उन्होंने किया। इस योजना में पिछले दो वर्षो से पैसा नहीं दिया गया है।