जम्मू- कश्मीर: अयोध्या में राम मंदिर बनाने के लिए भरी हुंकार
राम मंदिर बनेगा वहीं, बाबरी होगी कहीं नहीं। इस नारे के साथ जम्मू में हिन्दू संगठनों ने अयोध्या में हर हाल में राम मंदिर बनाने की हुंकार भरी। जम्मू के परेड चौक में विश्व हिंदू परिषद की धर्मसभा में संत समाज ने खुली चेतावनी दी कि अब राम मंदिर निर्माण के लिए अंतिम लड़ाई लड़ी जाएगी।
इसके लिए कारसेवक तैयार हो जाएं।राम मंदिर निर्माण के लिए देशभर में हिंदुओं को एकजुट करने की मुहिम के तहत जम्मू में आयोजित धर्मसभा में संत समाज ने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर बनाने का मुहूर्त 6 दिसंबर 1992 में बाबरी मस्जिद तोड़ने के साथ हो गया था। अब मंदिर बनने से कोई रोक नहीं सकता है। मंदिर बनाने के लिए केंद्र सरकार या तो कानून बनाए या अध्यादेश लाए।
हमें अयोध्या में बंटवारा स्वीकार नहीं है। वहां पर एक-एक इंच जमीन लेंगे। राम मंदिर के निर्माण के लिए साम, दाम, दंड, भेद की नीति अपनाई जाएगी। राम भक्त एक और लड़ाई की तैयारी करें, तारीख हम तय करेंगे। राम मंदिर अगर अयोध्या में नही बनेगा तो क्या पाकिस्तान में बनेगा। जब तक मंदिर नहीं बनेगा, रामभक्त शांति से नहीं बैठेंगे। उस बाबर के नाम की मस्जिद क्यों, जो न भारत में पैदा हुआ और न यहां पर मरा। धर्मसभा में उमड़ी विहिप, बजरंग दल, राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ व अन्य हिन्दू संगठनों के कार्यकर्ताओं की भीड़ को संबोधित करते हुए दिल्ली से पहुंचे जगदगुरु रामानंदाचार्य स्वामी हंसादेवाचार्य जी ने कहा कि जम्मू के कारसेवक तैयार हो जाएं।
अंतिम लड़ाई का फैसला 31 जनवरी या एक फरवरी को प्रयागराज में कुंभ के दौरान हो जाएगा। जिन्हें बाबरी मस्जिद बनानी है, वे इस देश से निकल जाएं। कश्मीर देश का अभिन्न अंग है और राम मंदिर हमारा जन्मसिद्ध अधिकार है। इन दोनों में कोई समझौता नहीं होगा।धर्मसभा को संबोधित करने वालों में महामंडलेश्वर दिव्यानंद जी महाराज, ऋषिवन जी महाराज, निर्मल स्वरूप जी महाराजा, संत दिनेश भारती, राष्ट्रीय स्वयं संघ के सरसंघचालक ब्रिगेडियर सुचेत, विहिप के प्रदेश प्रधान लीलाकरण शर्मा, महामंडलेश्वर रामेश्वर दास, नामधारी समाज के अवतार, विहिप के केंद्रीय मंत्री राजेन्द्र पंकज मुख्य थे।
इस मौके पर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष रविंद्र रैना, जम्मू-पुंछ के भाजपा सांसद जुगल किशोर शर्मा व भाजपा के लगभग सभी वरिष्ठ नेता मौजूद थे। राज्यपाल सत्यपाल मलिक को जम्मू कश्मीर में विधानसभा भंग करने के लिए बधाई देते हुए जगदगुरुने कहा कि उन्होंने आतंकवाद समर्थकों की सरकार नहीं बनने दी। यहां अच्छे दिन आ गए हैं। आतंकियों व पत्थरबाजों को शह देने के बजाए उन्हें मारा जा रहा है।
वहीं, चुनाव में जीत की खुशी मना रही कांग्रेस को घेरते हुए उन्होंने कहा कि अगर राफेल डील पर फैसला दिसंबर से पहले आता तो पप्पू इटली भाग गए होते। केंद्र सरकार पर राम मंदिर निर्माण के लिए जोर देते हुए उन्होंने कहा कि संसद में इसका विरोध करने वालों से जनता निपट लेगी।संत समाज ने कहा कि कार सेवा के लिए जम्मू के डोगरों को आगे आने की जरूरत है। राम मंदिर की लड़ाई राजनीति से प्रेरित नहीं है, जिन्हें ऐसा लग रहा है वे चुनाव टाल सकते हैं।