उत्तर प्रदेश

आगरा में आग के हवाले की गई दसवीं की छात्रा ने तीन दिन बाद तोड़ा दम,

ताजनगरी आगरा में डीजीपी ओपी सिंह के मंगलवार को शहर में कानून-व्यवस्था की समीक्षा के दौरान आग के हवाले की गई कक्षा दस की छात्रा संजली ने आज दम तोड़ दिया। स्कूल से लौट रही छात्रा को बाइक सवार शोहदों ने पेट्रोल डालकर आग के हवाले कर दिया था। इस घटना के आरोपी अभी भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं। इसके बाद से छात्रा को मेडिकल कॉलेज लाया गया, जहां से नई दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल भेजा गया। पोस्टमार्टम के बाद संजली का शव शाम तक गांव पहुंचेगा।

पुलिस ने मौके से खाली पेट्रोल की बोतल और लाइटर बरामद किया है। इस वारदात के पीछे बदमाशों की क्या मंशा थी इसका अभी तक पता नहीं चल सका है। पुलिस ने हमलावरों की तलाश शुरू कर दी है। बेटी की मौत के बाद से परिजनों को रो-रोकर बुरा हाल है। छात्रा के परिजनों ने पुलिस को बताया कि उनकी किसी कोई दुश्मनी भी नहीं है। बावजूद इसके उनकी बेटी को जलाया गया और फिर उसे खाई में धकेलने की कोशिश भी की गई। पुलिस इस संबंध में मामला दर्ज कर पूरे मामले की छानबीन शुरू कर दी है। घटना के दो दिन बीत जाने के बाद भी पुलिस के हाथ खाली है। पुलिस का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है। जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

आगरा में मंगलवार को पेट्रोल डालने के बाद आग के हवाले की गई कक्षा दस की छात्रा ने आज नई दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में दम तोड़ दिया। मौत से उसका संघर्ष तीन दिन ही चल सका। कक्षा दस की छात्रा संजली की मौत की खबर से परिवार में कोहराम मच गया। कल तक परिवार के लोगों को अधिकारियों ने उसकी स्थिति सामान्य बताई थी। इस घटना को अंजाम देने वाले अपराधी अभी भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं। परिवार के लोग छात्रा के शव को लेने दिल्ली रवाना हो गए हैं। यह घटना मलपुरा थाना क्षेत्र के लालउ गांव की घटना है।

स्कूल से लौटती दसवीं की छात्र को पेट्रोल डाल जिंदा जला दिया। लपटों में घिरी छात्र को सड़क पर दौड़ता देख राहगीरों ने आग बुझाई। डीआइजी और एसएसपी मौके पर पहुंच गए। छात्र की नाजुक स्थिति को देखते हुए उसे दिल्ली के सफदरजंग हॉस्पिटल भेजा गया । चश्मदीद के मुताबिक घटना स्थल के पास से एक स्कूल बस गुजर रही थी। बस के ड्राइवर ने जब बच्ची को जलते हुए देखा तो तुरंत बस रोक दी और बस में रखे फायर एक्सटिंगशर से आग बुझाई। जिसके बाद पुलिस की मदद से बच्ची को घायल हालात में अस्पताल ले जाया गया। परिवार वालों के मुताबिक उनका किसी से कोई झगड़ा नहीं है। ना ही बच्ची ने कभी किसी तरह की छेड़खानी की कोई शिकायत परिवार से की थी। शुरुआती जांच में पुलिस को पता चला है की आरोपियों ने हेलमेट लगाया हुआ था। जिस जगह इस घटना को अंजाम दिया गया वो बेहद चहल-पहल वाला रास्ता है। दोपहर 2 बजे इस सड़क पर काफी ट्रैफिक रहता है लेकिन बदमाश इतने बेखौफ थे की उन्हें किसी का डर नहीं था। इतनी बड़ी वारदात को अंजाम देकर आसानी से फरार हो गए।

आगरा के मलपुरा के लालऊ निवासी 15 वर्षीय संजली पुत्री हरेंद्र सिंह 10वीं की छात्रा थी। मंगलवार दोपहर डेढ़ बजे वह नौ मील स्थित स्कूल से साइकिल पर घर लौट रही थी। जगनेर रोड पर लालऊ नाले के पास बाइक पर हेलमेट लगाकर आए दो युवकों ने उसे रोक लिया। संजली कुछ समझती, तब तक युवकों ने बोतल में भरा पेट्रोल उड़ेल दिया और आग लगाकर भाग गए। लपटों में घिरी छात्र सड़क किनारे खड्ड में जा गिरी। लपटों में घिरी संजली ने किसी तरह उठकर जान बचाने को सड़क पर दौड़ लगाई। राहगीरों ने बमुश्किल आग को बुझाया, तब तक वह 70 फीसद से अधिक जल चुकी थी। एक ग्रामीण ने घर पहुंचकर मां अनीता को घटना की जानकारी दी। परिवार के लोग पुलिस संग छात्र को एसएन लेकर पहुंचे। परिवार के लोगों व छात्रा ने बताया कि उसका किसी युवक या सहपाठी से कोई विवाद नहीं हुआ है।

सबको झकझोर गया संजली के साथ का कांड

मलपुरा की संजली। उसके साथ जो हुआ, सब को झकझोर गया। अशर्फी देवी छिद्दू सिंह इंटर कॉलेज, जगनेर रोड की छात्रा संजली पर पेट्रोल उड़ेल आग लगा दी गई। गंभीर हालत में उसका दिल्ली में इलाज चल रहा है। स्कूल का हर बच्चा उसकी सलामती की प्रार्थना कर रहा है। साथ ही एक बड़ी जिम्मेदारी भी बच्चों ने अपने सिर उठाई है। सैकड़ों विद्यार्थी घटना की सुरागरसी के ‘होमवर्क’ में मंगलवार शाम से ही जुट गए । स्कूल से आने के बाद भी सबने अपने तरीके से आरोपितों का सुराग लगाने का प्रयास किया। बच्चों में आक्रोश के साथ पर्दाफाश को लेकर उत्सुकता इतनी थी कि कल को स्कूल पहुंचे पुलिस अधिकारी भी सभी कक्षाएं फुल देखकर चौंक गए। इन्होंने छात्रों से कुछ जानकारियां हासिल भी कीं।

घटना के बाद एसएसपी अमित पाठक स्कूल पहुंचे थे। तब तक सभी बच्चे जा चुके थे, मगर एसएसपी के आने की खबर लगते ही करीब तीन दर्जन छात्र स्कूल लौट आए। छात्र स्थानीय कोचिंग में चले गए थे। इन्होंने एसएसपी को न केवल कई जानकारियां दी थीं, बल्कि आरोपितों के बारे में जानकारी जुटाने को हर संभव मदद का वादा भी किया। इन छात्रों ने ऐसा किया भी। यह सभी घर पहुंचने के बाद भी आसपास के गांवों में संदिग्धों के बारे में पता करते रहे। बुधवार को छात्रों की उपस्थिति देखकर स्कूल प्रशासन दंग रह गया। सभी कक्षाएं फुल थीं। सीओ नम्रता श्रीवास्तव स्कूल पहुंचीं। छात्रों से उन्होंने कुछ जानकारियां साझा कीं। एक संदिग्ध का फोटो भी दिखाया। हालांकि किसी भी छात्र ने इसे पहचानने से इन्कार कर दिया। प्रधानाचार्य चंद्रवीर सिंह ने बताया कि घटना को लेकर छात्रों में आक्रोश तो है ही, कइयों ने तो अपने ‘होमवर्क’ को साथियों व शिक्षकों के साथ साझा किया। 

महिला आयोग सख्त

छात्रा को आग लगाने की घटना पर उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग सख्त है। घटना का स्वत:संज्ञान लेते हुए आयोग अध्यक्ष विमला बाथम ने आगरा के डीएम तथा एसएसपी से फोन पर प्रकरण की विस्तृत जानकारी ली। एसएसपी ने अवगत कराया गया कि तीन संदिग्ध लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।

अध्यक्ष ने दोषियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई किए जाने व पीडि़ता के समुचित इलाज व आर्थिक सहायता दिए जाने के साथ ही कार्रवाई से आयोग को यथाशीघ्र अवगत कराए जाने के निर्देश दिए हैं। अध्यक्ष स्तर पर आयोग की सदस्य निर्मला दीक्षित को घटनास्थल पर भेजकर प्रकरण की स्थलीय जांच व पीडि़त परिवार से भेंट करने के भी निर्देश दिए हैं।

 

 

 

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