कुशवाहा के बाद अब महागठबंधन को है पासवान के पलटने का इंतजार, जानिए
लोजपा प्रमुख एवं केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान के सियासी उत्तराधिकारी चिराग पासवान के पैंतरे ने राजग की परेशानी बढ़ा दी है तो महागठबंधन के घटक दलों का उत्साह बढ़ा दिया है। राजद, कांग्रेस एवं हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) को अब पासवान के पलटने का इंतजार है।
रालोसपा प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा का राजग से मोहभंग होने के बाद महागठबंधन को अहसास हो रहा है कि पासवान भी उसी राह पर चलने वाले हैं। लोजपा के अल्टीमेटम की आखिरी तारीख 31 दिसंबर के बाद राजग में उन्हें दोबारा उलट-पलट होने की उम्मीद है।
लोकसभा चुनाव की तैयारियों और सीट बंटवारे के मुद्दे पर दिल्ली में महागठबंधन के घटक दलों की बैठक के एक दिन पहले बुधवार को चिराग के ट्वीट के बाद पशुपति कुमार पारस के समर्थन ने राजद के कई नेताओं को उत्साहित कर दिया है। सबने लोजपा का महागठबंधन में स्वागत किया है।
राजद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रघुवंश प्रसाद सिंह ने कहा कि वह तो पहले से ही कह रहे हैं कि राजग की नाव डूब रही है और कोई भी डूबती नाव में सवारी नहीं करना चाहेगा।
मांझी ने छोड़ दिया। कुशवाहा ने छोड़ दिया। अब पासवान की बारी है। विधायक एवं राजद के मुख्य प्रदेश प्रवक्ता भाई वीरेंद्र ने सोशल मीडिया में चिराग की अभिव्यक्ति का स्वागत किया है। उन्होंने कहा कि पासवान हिम्मत दिखाएं। इधर सीट बंटवारे का कोई मुद्दा नहीं है। हम भाजपा को हराने को तरजीह दे रहे हैं।
महागठबंधन के बड़े नेता मिल-बैठकर तय कर लेंगे कि किसे कितनी सीटों पर लड़ना है। प्रदेश प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि राजग के घटक दल अब इधर-उधर भाग रहे हैं। राजद पहले से ही कह रहा है लोजपा बहुत दिनों तक राजग में नहीं रह सकती है।