एक्वा लाइन मेट्रो के रूप में मिलेगा न्यू ईयर गिफ्ट, यूपी सरकार बताएगी उद्घाटन की तारीख
नोएडा मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (NMRC) को एक्वा लाइन शुरू करने के लिए अंतिम एवं आवश्यक सुरक्षा निरीक्षण रिपोर्ट की मंजूरी मिल गई है। इस मंजूरी के मिलने के बाद एनएमआरसी ने उत्तर प्रदेश सरकार को एक्वा लाइन के उद्घाटन की तारीख तय करने संबंधी पत्र लिखा है। बहुप्रतीक्षित एक्वा लाइन नोएडा के सेक्टर 71 से ग्रेटर नोएडा के डिपो स्टेशन के बीच 29.7 किलोमीटर की दूरी तय करेगी। एक्वा लाइन पर कुल 21 स्टेशन होंगे।
एनएमआरसी के कार्यकारी निदेशक पीडी उपाध्याय के मुताबिक, मेट्रो रेल सुरक्षा आयुक्त की रिपोर्ट प्राप्त हो गई है और इसमें मेट्रो सेवा के वाणिज्यिक संचालन की मंजूरी है। माना जा रहा है कि जनवरी महीने में कभी भी इसका उद्घाटन हो सकता है।
नोएडा-ग्रेटर नोएडा की एक्वा लाइन मेट्रो संचालन के लिए कमिश्नर ऑफ मेट्रो रेल सेफ्टी (सीएमआरएस) से व्यवसायिक मंजूरी मिलने के साथ ही नोएडा मेट्रो रेल कारपोरेशन (एनएमआरसी) 28 दिसंबर को बोर्ड बैठक होगी। अध्यक्षता एडिशनल सेकेट्री मिनिस्ट्री ऑफ हाउसिंग एंड अर्बन अफेयर्स संजय कुमार मूर्ति करेंगे। बोर्ड बैठक में एक्वा लाइन मेट्रो के किराए की घोषणा की जाएगी। एक्वा लाइन मेट्रो के व्यवसायिक संचालन से पहले यह अतिमहत्वपूर्ण बैठक मानी जा रही है।
ऐसे मिली एक्वा मेट्रो को व्यवसायिक संचालन की मंजूरी
गौरतलब है कि सीएमआरएस ने 11 से 13 दिसंबर तक 29.707 किलोमीटर लंबे ब्रेक व सिविल कार्य का निरीक्षण किया। यह निरीक्षण सबसे महत्वपूर्ण होता है। वह पैसेंजर सेफ्टी के लिए प्रत्येक स्टेशन पर उतरकर डोर खुलने व बंद होने की टाइमिंग, मेट्रो की स्पीड, एक मेट्रो के रवाना होने पहुंचने और दूसरे के आने की टाइमिंग की भी जांच की। इसके अलावा और तमाम तकनीकी पहलुओं की जांच की गई। इसकी एक रिपोर्ट तैयार की गई।
इस रिपोर्ट में बताया गया है कि 11 व 12 दिसंबर को सीएमआरएस की ओर से मोटर ट्रॉली के जरिए एक्वा की स्टैंडर्ड गेज पर आधारित डबल लाइन 1 गुना 25 केवी एसी ओवर हेड लाइन का सेक्टर-51 स्टेशन से डिपो स्टेशन तक निरीक्षण हुआ। निरीक्षण के बाद 13 दिसंबर को मेट्रो स्पीड का ट्रॉयल हुआ। इस दौरान डिपो स्टेशन से सेक्टर-51 मेट्रो स्टेशन तक गई। इसके बाद स्पेशल मेट्रो से टीम वापस मेट्रो डीपो पहुंची। इस दौरान मेट्रो 92 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से ट्रैक पर दौड़ी। हालांकि मेट्रो में कंपन की स्थिति मानको के अनुसार ही बनी रही। इस आधार पर सीएमआरएस ने एनएमआरसी को एक्वा के व्यवसायिक संचालन के लिए हरी झंडी दे दी।
सितंबर से चल रहा रूट पर ट्रॉयल रन
सितंबर में एनएमआरसी ने सीएमआरएस से एक्वा लाइन मेट्रो रूट के निरीक्षण का आग्रह किया था। उसके बाद ग्रेटर नोएडा स्थित एक्वा लाइन मेट्रो डिपो में दो दिन तक सीएमआरएस के डिप्टी ने निरीक्षण कार्य पूरा किया। इस दौरान सभी तकनीकि पहलुओं की गहनता से जांच की गई। इसमें टीम ने वहां रॉलिंग स्टॉक, डिपो मे बना ट्रैक समेत कोच की साफ सफाई, सेफ्टी बटन, डोर के खुलने व बंद होने जैसे कई बिंदुओं पर जांच की।
एक नजर में एक्वा लाइन
- एक्वा लाइन मेट्रो के ट्रैक की कुल लंबाई 29.707 किलोमीटर है।
- कुल 21 मेट्रो स्टेशन होंगे एक्वा लाइन मेट्रो कॉरिडोर पर
- 15 मेट्रो स्टेशन नोएडा में और 6 मेट्रो स्टेशन ग्रेटर नोएडा में है।
- 92 किमी प्रति घंटा होगी अधिकतम रफ्तार, 35 किमी प्रतिघंटा की औसतर रफ्तार पर होगा संचालन।
- 1034 यात्री एक बार में एक ट्रेन में कर सकेंगे सफर।
- चार कोच की मेट्रो का संचालन होगा शुरूआत में, जरूरत पड़ने पर छह कोच तक किए जा सकते हैं।
- 5,503 करोड़ रुपये है इस कॉरिडोर का बजट।
- 5 अगस्त 2015 को शुरू हुआ था इस रूट का सिविल निर्माण कार्य
- पहले चरण में 11 मेट्रो ट्रेनों का किया जाएगा संचालन
- 600 पीएसी जवान के साथ 200 निजी सुरक्षा गार्ड करेंगे सुरक्षा
- 15 मई 2015 को रूट पर शुरू हुआ था निर्माण कार्य
- करीब एक लाख सवारियों का प्रतिदिन इस रूट पर आवागमन होगा
- स्टेशन की बिजली की जरूरतें पूरी करने के लिए डिपो समेत सभी स्टेशन पर सोलर पैनल लगाए गए हैं, केवल ट्रेन के संचालन के लिए अलग से बिजली का प्रयोग किया जाएगा।