‘उस रात’ हुई पार्टी में छिपा है नामी कंपनी के अफसर की मौत का राज
जेनपैक्ट कंपनी के असिस्टेंट वाइस प्रेसिडेंट स्वरूप राज की मौत के पीछे कई अनसुलझे राज हैं, लेकिन अब इनका पर्दाफाश पुलिस की जांच में धीरे-धीरे हो रहा है। सूरजपुर कोतवाली क्षेत्र के सेक्टर-137 में स्थित पैरामाउंट फ्लोर विल सोसायटी के फ्लैट में आत्महत्या करने वाले स्वरूप राज को लेकर एक नई बात सामने आई है।
पुलिस सूत्रों ने दावा किया है कि घटना से पहले 15 दिसंबर की रात आरोप लगाने वाली एक महिलाकर्मी व स्वरूप दोनों नोएडा के सेक्टर 18 स्थित एक जगह पार्टी मनाने गए थे। पार्टी में आरोप लगाने वाली दूसरी महिलाकर्मी नहीं मौजूद थी।
सूत्रों का यह भी दावा है कि पार्टी के बाद स्वरूप एक महिलाकर्मी को छोड़ने नोएडा स्थित उसके घर गए। वहां दूसरी महिलाकर्मी भी मौजूद थी। दूसरी महिला दिल्ली में रहती है और 15 दिसंबर की रात अपनी दोस्त के घर आई थी। वहां पहुंचने पर तीनों के बीच आपस में विवाद भी हुआ था।
सूत्रों का यह भी दावा है कि महिलाकर्मी के घर पर जब तीनों मौजूद थे तो एक महिलाकर्मी को उल्टी भी हुई। उल्टी का कारण नशा बताया गया है। यह ऐसी बातें हैं जिनकी जानकारी स्वरूप के परिजन को भी नहीं है।
15 दिसंबर की रात हुए इस विवाद के बाद 18 दिसंबर की दोपहर 12 बजे कंपनी के मेल पर दो महिलाकर्मियों ने यौन उत्पीड़न की शिकायत की। उसी दिन स्वरूप को नौकरी से निलंबित कर दिया गया।
सूत्रों ने दावा किया है कि निलंबन प्रक्रिया उसी केस में अपनाई जाती है, जिसमें उत्पीड़न वर्क प्लेस पर हुआ हो, लेकिन इस केस में वर्क प्लेस जैसी बात पुलिस जांच में अभी तक प्रकाश में नहीं आई है।
वहीं, पुलिस ने इस मामले में जेनपैक्ट कंपनी प्रबंधन से दस बिंदुओं पर जवाब मांगा है। जिसमें मुख्य बिंदु है कि 2007 में जब स्वरूप राज ने जेनपैक्ट में नौकरी शुरू की तो उनके साथ और किन-किन कर्मचारियों ने जेनपैक्ट में ज्वाइन किया था। इससे कि यह पता चल सके उनके साथ नौकरी शुरू करने वाले कर्मचारियों की वर्तमान स्थित पद के मायने में क्या है।
स्वरूप ने 2007 में जेनपैक्ट में नौकरी शुरू करने के बाद 11 साल तक लगातार इसी कंपनी में नौकरी की और एक के बाद एक हुए पांच प्रमोशन के बाद वह एवीपी बने थे। उनके मुकाबले अन्य कई कर्मचारी ऐसे है जिनको इतनी जल्दी कामयाबी नहीं मिली।
कार में लगातार फोन पर बात करती रही महिलाकर्मी
पुलिस सूत्रों ने दावा किया है कि जब स्वरूप व एक महिलाकर्मी पार्टी से वापस आ रहे थे तो महिलाकर्मी फोन पर लगातार बात कर रही थी। पुलिस पता लगाने का प्रयास कर रही है कि महिलाकर्मी किससे फोन पर बात कर रही थी। पुलिस की अब तक की जांच से साफ हो गया है कि जहां उत्पीड़न का आरोप लगाया गया वहां एक ही महिलाकर्मी मौजूद थी और वो जगह कंपनी का वर्क प्लेस नहीं था। हालांकि घर पहुंचने पर आरोप लगाने वाली दोनों महिलाकर्मी व स्वरूप के बीच विवाद बाद में हुआ था।
पत्नी कृति ने मांगी शिकायत कॉपी
स्वरूप की पत्नी कृति भी जेनपैक्ट में ही नौकरी करती हैं। उन्होंने कंपनी को पत्र लिखकर उनके पति पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाने वाली दोनों महिलाकर्मियों की शिकायत कॉपी मांगी है। जिससे कि यह पता चल सके दोनों महिलाकर्मियों द्वारा जो आरोप लगाए गए हैं उसमें घटनास्थल क्या है और आरोपों में उनके पास साक्ष्य क्या है।
हिंदी में दर्ज होंगे बयान
एवीपी की मौत के बाद उनकी पत्नी कृति ने कंपनी प्रबंधन व आरोप लगाने वाली दोनों महिलाकर्मियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी। मामले में अंग्रेजी में एफआइआर दर्ज की गई थी। पुलिस अब उसका हिंदी में अनुवाद कर पीड़ित पत्नी के हिंदी में बयान दर्ज करेगी।
निशांक शर्मा (सीओ प्रथम, ग्रेटर नोएडा) का कहना है कि इस मामले में जांच लगातार जारी है। कंपनी प्रबंधन से दस बिंदुओं पर जानकारी मांगी गई है। आरोप लगाने वाली दोनों महिलाकर्मियों से संपर्क करने का प्रयास किया जा रहा है।