दिल्ली-एनसीआर के कई इलाकों में रविवार तड़के बारिश की वजह से सुबह और ज्यादा सर्द हो गई है। हल्की-फुल्की हुई इस बारिश की वजह से जहां एक और ठंड बढ़ी है वहीं, दूसरी तरह इससे प्रदूषण से भी राहत मिलने के आसार हैं।
बता दें कि मौसम के प्रदूषण के अलावा वाहनों से होने वाले प्रदूषण पर नियंत्रण के लिए सुप्रीम कोर्ट गठित पर्यावरण प्रदूषण नियंत्रण प्राधिकरण (ईपीसीए) को लगातार फटकार लगा रहा है। जबकि प्राधिकरण को बारिश का इंतजार था क्योंकि इससे प्रदूषण के आंकड़ों में स्वयं ही सुधार हो जाए। इसके अलावा मौसम विभाग पहले ही रविवार और सोमवार को बारिश का पूर्वानुमान लगा चुका है।
शुक्रवार को गाजियाबाद व ग्रेटर नोएडा छोड़कर दिल्ली व आस-पास के सभी शहरों की वायु गुणवत्ता में मामूली सुधार हुआ था। हालांकि, शनिवार को वापस सभी जगह वायु गुणवत्ता गंभीर प्रदूषित हो गई। मौसम विभाग ने पहले ही बारिश का पूर्वानुमान लगाया था, रविवार तड़के सुबह बारिश होने से दिल्ली का पारा फिर से लुढ़क गया है।
सिस्टम ऑफ एयर क्वालिटी एंड वेदर फोरकास्टिंग एंड रिसर्च (सफर) के मुताबिक शनिवार को सतह पर चलने वाली हवा की गति प्रदूषण कणों को बिखरने वाली रही। इसलिए पार्टिकुलेट मैटर समेत अन्य प्रदूषण कणों को एक जगह रुकने का मौका नहीं मिला। सतह पर हवा की गति 4.4 किलोमीटर प्रति घंटा रिकॉर्ड की गई। यह प्रदूषण कणों को बिखेरने में सक्षम है। इसके अलावा मौसम के अन्य सूचक जैसे आद्रता और नमी के आंकड़े प्रदूषण को बढ़ाने वाले ही बने हुए हैं।
पीएम कण में उतार-चढ़ाव
दिल्ली-एनसीआर की हवा में पार्टिकुलेट मैटर में भी उतार चढ़ाव जारी है। बेहद खतरनाक पीएम 2.5 और 10 अपने सामान्य मानक से चार गुना अधिक बने हुए हैं। पीएम 2.5 का सामान्य स्तर 60 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर होता है। शाम सात बजे हवा में इसकी मौजूदगी 269 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर रही। वहीं, पीएम 10 का स्तर सामान्य मानक 100 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर से चार गुना अधिक 460 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर रिकॉर्ड किया गया।
एनसीआर में एक्यूआई का आंकड़ा
शहर 5 जनवरी 4 जनवरी 3 जनवरी 2 जनवरी
गाजियाबाद 417 418 458 455
फरीदाबाद 415 380 411 411
ग्रेटर नोएडा 414 408 433 438
दिल्ली 407 386 444 430
गुरुग्राम 404 337 370 458
नोएडा 403 385 447 408