UP: पुलिस चौकी के पास बदमाशों ने कपड़ा व्यवसायी को गोली मारकर की हत्या
लखनऊ। आलमबाग के चंदरनगर पुलिस चौकी से चंद कदम की दूरी पर बुधवार रात भरे बाजार बदमाशों ने कपड़ा कारोबारी अमनप्रीत सिंह (30) को गोली मार दी। घटना के बाद आसपास के व्यापारी दुकानें बंद करके भाग गए। अमरनप्रीत को शराब कारोबारी रहे पोंटी चड्ढा का रिश्तेदार बताया जा रहा है। उसे भी पूर्व में अवैध शराब बेचने के आरोप में जेल भेजा गया था।
उधर, घटना के बाद अमनप्रीत को ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया, जहां उसकी हालत नाजुक बनी है। एसएसपी कलानिधि नैथानी ने बताया कि 20 लाख रुपये के लेनदेन में हमलावरों ने वारदात को अंजाम दिया है। घायल अमनप्रीत और उसके पिता शराब तस्करी में जेल जा चुके हैं। आरोपितों ने घटना से पहले अमनप्रीत को फोन किया था। अमनप्रीत के मोबाइल फोन में रिकॉर्डिंग भी सुरक्षित है। देर रात एक हमलावर को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। एसएसपी के साथ आइजी रेंज एसके भगत ट्रॉमा सेंटर पहुंचे और पीडि़त परिवार को सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया।
चंदरनगर निवासी सरदार परमप्रीत के इकलौते बेटे अमनप्रीत की घर से थोड़ी दूरी पर कपड़े की दुकान है। परमप्रीत के मुताबिक बुधवार रात करीब 09:30 बजे वह दुकान से घर के लिए निकले। पौने दस बजे के करीब उन्हें सूचना मिली कि बेटे अमनप्रीत को गोली मार दी गई। उन्होंने बताया कि दो वर्ष पूर्व मोहल्ले के जुगनू ने पैसे के लेनदेन के चलते अमनप्रीत के पैर में गोली मार दी थी। उसे जेल हो गई थी। इस समय जेल से बाहर था, जुगनू ने ही साथी पाली, राजू व सोनू के साथ मिलकर घटना को अंजाम दिया है। घटना के समय अमनप्रीत बुलेट से घर जा रहा था, तभी दुकान से करीब 20 मीटर की दूरी पर हमलावरों ने उसपर गोलियां दाग दीं।
शराब तस्करी और सूदखोरी के मामले में जा चुका है जेल
कपड़ा कारोबारी अमनप्रीत पूर्व में कई बार शराब तस्करी के मामले में जेल जा चुका है। उसके पास से नकली नोटें भी कई साल पहले बरामद हुई थीं। पुलिस के मुताबिक, अमनप्रीत हरियाणा से शराब की तस्करी कर यहां लाता था और छोटे दुकानदारों में बिक्री करता था। दो साल पहले वह आलमबाग से जेल गया था। करीब पांच साल पहले नकली मोबिल आयल के साथ पकड़े जाने में भी जेल भेजा गया था। एसएसपी कलानिधि नैथानी ने बताया कि रंजिश, शराब तस्करी और रुपयों के विवाद समेत कई बिंदुओं पर मामले की पड़ताल की जा रही है।
बड़े स्तर पर है सूदखोरी का भी काम
पुलिस के मुताबिक अमनप्रीत बड़े स्तर पर रुपये ब्याज पर उठाता था। राजू और पाली उससे कम ब्याज पर रुपये लेकर अधिक ब्याज पर खुद उठाते थे। दोनों से उनका रुपयों के लेन-देन को लेकर विवाद भी कई बार हो चुका है। जुआ खिलवाने का भी काम करता था। इसके अलावा बड़े स्तर पर वीसी चलाता था।
शराब माफिया जुगुनू वालिया से दो साल पहले हुआ था विवाद
दो साल पहले शराब माफिया जुगुनू वालिया से शराब की तस्करी और रुपयों के लेन-देन को लेकर अमन का विवाद हुआ था। विवाद के दौरान दोनों के बीच मारपीट हुई थी। इस पर अमनप्रीत ने जुगुनू वालिया और उसके साथियों के खिलाफ कृष्णानगर कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया था।
शहर और ग्रामीण क्षेत्र में तस्करी की शराब की करता था खपत
सूत्रों के मुताबिक पहले अमन, जुगुनू वालिया का चेला था। पर रुपयों के लेकर दोनों में कई साल पहले विवाद हो गया था। जिसके बाद अमन ने अपना अलग गिरोह बना लिया था। वह हरियाणा से शराब की तस्करी करके लाता और उसके बाद शहर के अलावा ग्रामीण इलाकों में उसकी खपत करता था।