महबूबा के ट्वीट पर भाजपा का पलटवार, महबूबा दिखा रही सांप्रदायिक चेहरा
प्रदेश भाजपा ने पीडीपी प्रधान महबूबा मुफ्ती पर राजनीतिक फायदे के लिए सांप्रदायिक चेहरा दिखाने का आरोप लगाते हुए कहा है कि उन्होंने नफरत की सियासत करने वालों को पीछे छोड़ दिया है।
महबूबा ने भाजपा पर रसाना मामले में सियासत करने का आरोप लगाया है। इस पर पलटवार करते हुए भाजपा के प्रवक्ता ब्रिगेडियर अनिल गुप्ता ने कहा है कि महबूबा मुफ्ती ने मुस्लिम वोटों की खातिर जम्मू को सांप्रदायिक आधार पर बांटने की कोशिश की है। यह सीधे सीधे सांप्रदायिकता फैलाने की कोशिश है। उन्होंने आरोप लगाया कि जनवरी 2018 में कानून एवं व्यवस्था के मामले को नापाक साजिश में तबदील कर हिन्दू बहुल इलाकों में रह रहे गुज्जरों, बक्करवालों को डराने की कोशिश की थी। वादी के विधायकों व महबूबा मुफ्ती ने इस पूरे प्रकरण को राजनीतिक रंग देने की कोशिश की। पीडीपी के मंत्रियों ने मौके पर जाकर भड़काउ बयान दिए।
भाजपा नेता ने कहा कि महबूबा ने स्थानीय हिन्दुओं के खिलाफ खूब जहर उगला व जम्मू कश्मीर पुलिस को लोगों को प्रताड़ित करने के लिए खूब छूट दी गई। उन्होंने यह भ्रम पैदा करने की कोशिश की कि जम्मू के डोगरा ब्लात्कार करने वाले के समर्थक व सांप्रदायिक हैं। लोगों की इस मामले में सीबीआई जांच की जायज मांग को ठुकरा दिया गया।
महबूबा मुफ्ती पर अपने सांप्रदायिक एजेंडे को शह देने की कोशिशें करने का आरोप लगाते हुए कहा कि वह कश्मीरी पंडितों को निष्कासन पर खामोश हैं। कश्मीरी पंडितों को एक साजिश के तहत कश्मीर से निकाला गया था। इस पर महबूबा कुछ नही बोली। दोगली राजनीति करने वाली पीडीपी प्रधान अपने सांप्रदायिक चेहरे को छिपा नही सकती है।